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11.1.08

महिलाओं को जोड़ने के लिए मीडिया में होड़

महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा अपने साथ जोड़ने के लिए मीडिया में होड़ मची है। वो चाहे प्रिंट हो या इलेक्ट्रानिक, सबकी कोशिश यह है कि वह महिलाओं पर आधारित ज्यादा से ज्यादा कंटेंट व कार्यक्रम देकर-दिखाकर उन्हें अपना पाठक-दर्शक बना लें। एकता कपूर आज महिलाओं के बल पर जो दौलत व शोहरत पाकर बुलंदियों पर है, उसी नक्शे कदम पर अब मीडिया वाले भी महिलाओं को पूरा भाव दे रहे हैं। या यों कह लें कि अब जो महिला है, उसकी अनदेखी करना किसी के वश में नहीं रह गया है। वो ताकतवर है, बुद्धिमान है, निर्णायक है, महत्वपूर्ण है और कुशल भी।

इसी क्रम में दैनिक भाष्कर ग्रुप ने महिलाओं के लिए मैग्जीन के साथ साथ अखबार भी लांच कर दिया। मैग्जीन शी नाम से है। इस बारे में जानकारी के लिए आप नीचे के लिंक को क्लिक कर देख सकते हैं। अगर आपके पास इसके अतिरिक्त कोई जानकारी हो तो भड़ास के साथ शेयर कर सकते हैं।

वोमेन भास्कर

वीमेन रीडर्स की ‘शी’

हालांकि महिलाओं के लिए मैग्जीन पहले से ही मार्केट में हैं लेकिन अखबार लांच होना नई बात है। अब इसी तर्ज पर अगर हर एज ग्रुप के लिए और हर सेक्शन के लिए अलग से अखबार लांच होने लगें तो कोई नई बात नहीं होगी। युवाओं के लिए टैबलायड व कांपैक्ट साइज में हर बड़ा प्रिंट मीडिया समूह अब अखबार लेकर हाजिर है।

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