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1.1.08

वर दे वीणा वादिनी वर दे ।

मित्र अमित और समस्त भडासियों और समस्त सुधिजनो को आंग्ल नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाऐं ।महाप्राण निराला जी के सत्य वचनों को मेरा सादर नमन और वीणा की देवी को क्षमा के साथ नई ज़माने की आराधना वर दे वीणा वादिणी वर दे।

वर दे वीणा वादिनी वर दे,
वर दे वीणा वादिनी वर दे,
करना हो पत्रकारिता,तो कलम धर दे,
बढना हो आगे तो जोरू या ज़र दे,
वर दे वीणा वादिनी वर दे,
वर दे वीणा वादिनी वर दे।

वर दे वीणा वादिनी वर दे,
वर दे वीणा वादिनी वर दे,
खबर की कामना नहीं,मुझे सांप या अजगर दे,
नभ ज़मीन का नहीं तो,जल की मछली मगर दे,
वर दे वीणा वादिनी वर दे,
वर दे वीणा वादिनी वर दे।

वर दे वीणा वादिनी वर दे,
वर दे वीणा वादिनी वर दे,
अज्ञानी कर रहे राज,मुझे भी अज्ञानता का वर दे,
अच्छाई रखें आप,मुझमें कमीनापर,नीचता भर दे।
वर दे वीणा वादिनी वर दे,
वर दे वीणा वादिनी वर दे।

वर दे वीणा वादिनी वर दे,
वर दे वीणा वादिनी वर दे,
माते है मेरा निवेदन जोश मुझमें ऐसा भर दे,
पकडूँ मै गरदन नेता की,तलवार तू धर दे,
वर दे वीणा वादिनी वर दे
वर दे वीणा वादिनी वर दे।

अनुराग अमिताभ

2 comments:

यशवंत सिंह yashwant singh said...

बहुत खूब....असली भड़ास....लगे रहिये...
यशवंत

देवेन्द्र पाण्डेय said...

माते है मेरा निवेदन जोश मुझमें ऐसा भर दे,
पकडूँ मै गरदन नेता की,तलवार तू धर दे,
..भड़ास शब्द को सार्थक करती इन पंक्तियों के लिए बधाई.