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16.2.08

और ये सीनाजोरी

अभी-अभी जयप्रकाश मानस का फोन न० डाक्टर श्री राम ठाकुर दादा से लेकर मैंने फोन लगाया जो उन्होंने यह कह कर काट दिया :-"अरे,यार फोन बंद कर मैं कार्यक्रम में हूँ....! "
इन अनुशासनहीन , साहित्य सेवकों का क्या करूं ....?
srijjangatha@gmail.com
इन महाशय का न० है 09424182664


एफ-3, छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल, आवासीय कॉलोनी, रायपुर, 492001 ई-मेलः srijangatha@gmail.com
◊मानस जी की नेट पे उपलब्ध
अपनी बात
घर में संसार - जयप्रकाश मानस
अमेरिका में सतीश गुप्ता का दीवाली मेला - जयप्रकाश मानस
उत्पाद नहीं है साहित्य-जयप्रकाश मानस
हिंदी का भविष्य - जयप्रकाश मानस
हिंदी का वर्तमान - जयप्रकाश मानस
कृतज्ञता के दो शब्द - जयप्रकाश मानस
अंतरजाल से वैश्विक होते हिंदी गीत - जयप्रकाश मानस
दलित साहित्य के बहाने कुछ टीप - जयप्रकाश मानस
प्रेम को नेस्तनाबूत करने आ गया लव-डिटेक्टर सॉफ्टवेयर - जयप्रकाश मानस
हिंदी कविता का महासागर - जयप्रकाश मानस
लोक को स्पर्श करती वेबमीड़िया - जयप्रकाश मानस
इंटरनेट के पृष्ठों पर राज करती हिंदी - जयप्रकाश मानस
लिखने से पहले - लिखने के बाद - जय प्रकाश मानस
कविता और चिड़िया - जयप्रकाश मानस
कविता केन्द्र में - जयप्रकाश मानस
साहित्य की दिशाएँ - जयप्रकाश मानस
संपादकीय - जयप्रकाश मानस
पत्रिका के इस खंड में मेरी रचना छपी है =>विचार-वीथी

मेरी रचना जो तनवीर साहब ke नाम से छपी :- जीवन की बंजर भूमि में - तनवीर जाफ़री

शायद ये महोदय आज ही नेट से यह पन्ना गायब कर सकतें है अत: आप सभी इसे देख कर यथा सम्भव सेव ज़रूर कीजिए

2 comments:

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

गिरीश भाई,इसे सीनाजोरी नहीं मुंहचोरी कहना ठीक होगा । उन्होने आपसे बात इसी कारण नहीं करी क्योंकि किस मुंह से बात करेंगे जनाब ?

बाल भवन जबलपुर said...

dr. saheb kya baat hai