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12.4.08

रामनवमी पर विशेष

राम रमापति बैंक
वाराणसी। में राम भक्तों के लिए ‘राम रमापति बैंक’ है, जहाँ भक्तों को राम नाम का कर्ज दिया जाता है। लोग अपनी मन्नतें पूरी करने के लिए इस बैंक से राम नाम का कर्ज लेते हैं। इस बैंक की खासियत यह है कि यहाँ से किसी को रुपये पैसै नहीं वरन राम का नाम कर्ज के रूप में मिलता है। राम भक्त यहाँ रामनवमी के दिन सवा लाख राम नाम का कर्ज लेता है लेता है और आठ महीने दस दिन तक प्रतिदिन (यानी 250 दिन तक ) 500 बार राम नाम लिखकर, उसे इसी बैंक में जमा कराता है। यह प्रक्रिया लखौरी कहलाती है। इस बैंक में अब तक 18 अरब से ऊपर राम नाम के रूप में जमा हो चुके हैं। यहाँ से कर्ज लेने वाले एक भक्त को सवा लाख बार राम का नाम लिखना पड़ता है, जिसके लिए उसे बैंक से राम नाम की मोहर लगा कागज, लकड़ी की कलम और लाल स्याही बैंक की तरफ से मुफ्त में दी जाती है। राम नाम लिखने के दौरान लिखने वाले भक्त को मांस, मदिरा, लहसुन, प्याज व अशुद्ध और झूठा भोजन, मृत्युभोज के भोजन से लेकर किसी भी तरह के तामसिक भोजन से दूर रहना होता है। इस कर्ज को लेने वाले को कर्ज की निर्धारित तिथि पर ही रामनाम पूरा करना पड़ता है। कर्ज पूरा होने के बाद राम नवमी के दिन इसी कर्ज को लेने का विशेष महत्व है। इस कर्ज को लेने के बाद कई लोगों ने शराब और माँस का तो हमेशा हमेशा के लिए त्याग किया ही लहसुन, प्याज भी छोड़ी दी।

इस बैंक की स्थापना 1926 में हुई थी, तब से अब तक लाखों भक्त बैंक से राम नाम का कर्ज ले चुके हैं और कर्ज चुकाने के बाद उनकी मन्नतें भी पूरी हुई है मजे की बात यह है कि विदेशी सैलानी भी इस बैंक से कर्ज लेते हैं और चुकाते भी हैं। इसकी कार्य प्रणाली एकदम किसी आधुनिक सरकारी या निजी बैंक जैसी है। इसमें कर्मचारी भी हैं, कर्ज का हिसाब-किताब भी रखा जाता है, और जमा धन से लेकर कर्ज लेने और चुकाने तक का हिसाब रखा जाता है।

साभारःहिंदीमीडिया इन
द्वाराः पं. सुरेश नीरव

4 comments:

अबरार अहमद said...

बडे भईया प्रणाम स्वीकार करें। जानकारी देने के लिए शुक्रिया। आखिर प्रभु का बैंक है अरबों खरबों में बैलेंस होगा ही। आशा है यह बैलेंस दिन दुना रात चौगुना बढे।

Anonymous said...

pandit jee,

raam naam ki baat karne wale se mujhe badi khundak hai. main mithila ka kapoot hoon or maa maithili ke saath raam ke hue vyavhaar pe raam ko main poojniya hi nahi manta, waisai bhi raam kaa naam japne walon ko pata nahi ki mithila kahan hai seeta kahan ki hai.

rahi baat karj ki to raam naam ki loot hame nahi chahiye.

sale hum insaan to ban nahi sake bhagwa kapda pahan ke dharmik banne chale hain. bas chale to in bhagwadhari nikammon ko sadk pe line main laga ke goli maar doon,

jai jai bhadaas

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

पंडित जी, क्या क्रेडिट कार्ड वगैरह इश्यू करना शुरू नहीं हुआ है इस बैंक में या प्रक्रियान्तर्गत है?

अनिल भारद्वाज, लुधियाना said...

Ram Se Bada Ram Ka Naam.Bhagwam Se bada Bhakat Ka naam. Jai hanuman.Jai hanuman.Jai hanuman.Jai hanuman.Jai hanuman.Jai hanuman.Jai hanuman.Jai hanuman.Jai hanuman.Jai hanuman.Jai hanuman.Jai hanuman.Jai hanuman.Jai hanuman.