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13.4.08

हैप्पी रविवार

मेरे प्यारे भादासी दोस्तो आप सबको हैप्पी रविवार ।
आप सोच रहे होंगे की हैप्पी रविवार ही क्यों और दिन क्या हैप्पी नही होने चाहिये ?
होने तो दोस्तो सब दिन चाहिये पर वो है ना की सब दिन काम के नाम ,रविवार का दिन आराम के नाम ।
रविवार के दिन chutti रहती है ताकि हमसब अपने परिवार के साथ एन्जॉय कर सके । उन्हें अपना प्यार दिखा सके । पर हम है की सारे kamo के लिए रविवार का दिन ही चुनते है । छुटी मनाने के बजाय सारा दिन इधर - उधर ही गुजर जाता है । या घर के बाकी कामो मै निकल जाता है और रविवार कैसे बीत जाता है पता ही नही चलता।
दोस्तो कृपया एषा बिल्कुल मत कीजियेगा ये दिन आपका है और सिर्फ़ और सिर्फ़ आपके परिवार का है । उनके साथ समय बिताइये । उन्हें प्यार दीजिये । काम तो होते ही रहेंगे ,और विशे भी बाकी दिनों आप काम ही तो करते है न । तो फिर क्यों न एक दिन हो जाए आराम के नाम ,आपके परिवार के नाम ।
और देखिये आपकी जिंदगी कैसे खुशियों से महक उठती है । तो है आप तैयार जीवन को महकाने के लिए । खुशियों के दिए जलाने के लिए।

2 comments:

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

कमला बहन, "छ" को "च" लिखने से बचिये यानि कि chh न कि ch वरना अर्थ का अनर्थ कर लेते हैं शरारती भाई लोग। सबकी हैप्पीनेस जीवन भर बनी रहे और हर दिन हैप्पी रहे मेरी ईश्वर से यही प्रार्थना है। लिखती रहिये इसी तरह....

यशवंत सिंह yashwant singh said...

ठीक कहा दादी मां आपने :)