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12.4.08

शर्म से कहो हम हिन्दुस्तानी हैं

शुक्रवार को मेरा वीकली ऑफ़ था, आराम से उठा और अभी कायदे से आँख भी नही खुली थी की कुछ ऐसा हुआ जिसने न सिर्फ़ मुजे शर्मसार किया बल्कि एक हिन्दुस्तानी होने पर मुजे दिल से शर्म आई, देश दुनिया का हाल जानने के लिए जब न्यूज़ चैनल लगाया तोः उनपर दिखाए जा रहे विसुअल्स ने न सिर्फ़ हिन्दुस्तानी होने पर मुझे शर्मिंदा किया बल्कि एक पुरूष होने के मेरे अधिकार पर शर्मसार किया...

दरअसल दिल्ली के एक इलाके में रहनेवाली एक बेसहारा महिला को न सिर्फ़ कुछ महिलाये बल्कि इलाके के लफंगे टाइप के नौजवान बुरी तरह से पीटने में लगे थे, ख़ास बात यह है की उस दौरान दिल्ली की नपुंसक पुलिस भी वहाँ मौजूद थी और ढेर सारा ज्ञान पेलने वाले अपने पत्रकार भी, वो अबला मार खाती रही लोग तमाशा देखते रहे,

क्या इससे बड़ी शर्म की कोई बात हो सकती है की एक महिला को यूँही घंटों मार खाते सैकड़ों लोगों ने देखा और किसी ने कोई प्रतिक्रिया नही की, अरे कोई आगे नही आ रहा था तोः हमारे पत्रकार ही उन दरिंदों को चुनौती देने का हौसला तोः करते लेकिन यही तोः असली सच है जिसपर किसी की नजर नही गई, दरअसल हमारे जयादातर पत्रकार भी नपुंसक हो चले हैं उनको एक महिला की इजात बचने से जरुरी अपनी नौकरी बचाना बेहतर लगा, और यही हरामी पत्रकार ब्लॉग और अखबारों, किताबों mein महिला ससक्तिकरण पर लंबे लंबे लेख लिखेंगे,

उस एक घटना को देखने के बाद पुरा दिन मुझसे खाना नही खाया गया सिर्फ़ ये सोचकर की उस बेचारी को कितनी तकलीफ हुयी होगी, शरीर के घाव toah फिर भर जायेंगे लेकिन उस महिला की इज्जत कौन वापस लौटाएगा,

दोस्तों यही भारत है और यही भारतवासी हैं जो एक अबला पर शैतान की तरह टूट पड़ते हैं और नापुन्सकों की पुरी फौज तालियाँ बजाती है और कमीने बुद्धिजीवी अखबारों में बड़े बड़े लेख लिखकर महिलाओं का उद्धार करते हैं..सच यही है की देश कितना भी तरक्की कर ले लेकिन ऐसी घटनाएँ कुछ कहती हैं भारत सचमुच में ऐसा देश है जहाँ ज्यादातर नपुंसक रहते हैं और नापुन्सको से bhara desh किस दम पर अपना परचम पुरी दुनिया में लहरायेगा कम से कम मुझे toah ऐसी कोई सूरत नही दिखती, तोः साहब किस बात पर हिन्दुस्तानी होने का गर्व करें॥ बताइए....और हाँ आज से आपकी पत्नी, बहु बेटी या माँ जब घर से बाहर निकलें तोः जरा सोच समझकर क्यूंकि घर से बाहर उनकी इज्जत बचाने के लिए मर्द नही मिलेंगे और नापुन्सकों से आप उम्मीद क्या कर सकते हैं...और हाँ ये बड़े बड़े कैमरा लेकर बड़ी बड़ी गाड़ियों mein चलने वाले पत्रकार भी नपुंसक हैं इसलिए इनसे भी कोई उम्मीद मत करियेगा...वरना उस महिला के शरीर पर उतने जख्म तोः नही ही आते, और हाँ हिन्दुस्तानी होने पर गर्व अगर अब भी कर सकते हैं toah जरुर करें....

हृदयेंद्र pratap singh

9350383062

6 comments:

Anonymous said...

BILKUL SAHI KAHA AAPNE JI.LEKIN KOI NISHKARSH TO JARUR NIKALNA CHAHIYE .VAISE SABHI SAALON KO HARIARI SUJHTA HAI TO BAAT BIGAD JAATI HAI.

Anonymous said...

bhai ye baat koi nayee to nahi hai,

abhi 31 december ki raat ko hamare HT mumbai ke photographer bhi bade exclusive ho gaye the, akhir unhen photo jo khinchna tha,

or hero bhi ban gaye.

Magar photo khinchne ke baad
Bhai aam logon main janvaripan badhta jaa raha hai magar apne aapko budhijeeve or samaj ka pravakta kahlane wale patrakaar to bilku hi joru ke gulamon se bhi gaye gujre ho gayen hain

chalo aapko khayal to aaya,
sayad oron ko bhi aaye....


Jai Jai Bhadaas

यशवंत सिंह yashwant singh said...

सच कहा भाई. अपनु लोग के देस में ढेर सारी चीजों को सिस्टम का पार्ट मानकर उन्हें अनदेखा करने की आदत पड़ गई है और यही आदत संवेदनहीनता को जन्म देती है। देखादेखी हम लोग भी यही करने लगते हैं....जहां गड़बड़ी व दिक्कत दिखी तो उससे मुंह फेरने लगते हैं, यह सोचकर कि कौन पड़े पचड़े में। पर इन दिक्कतों का इलाज तो करना ही पड़ेगा। हम सबको एक एक कर आगे आना ही होगा। कैसे किस तरह कब कहां ...ये सारे सवाल हल खुद ब खुद हो जाएंगे जब हम इरादा कर लेंगे।

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

भाईसाहब हम तो नहीं मानेंगे दूसरों के फटे में टांग जरूर घुसायेंगे अगर नहीं घुस पायी तो थोड़ा सा ज्यादा फाड़ लेंगे और टांग घुसा कर मदद जरूर करेंगे, हमें तो पचड़ों और लफ़ड़ों में पड़ने का एड्स है जो कि लाइलाज है। पत्रकारिता करेंगे लेकिन पहले ऐसे हरामियों को जम कर लतियाएंगे फिर रिपोर्ट तैयार करेंगे। आपने अक्सर सुना-पढ़ा होगा कि अमुक पत्रकार पर हमला हुआ लेकिन कई पत्रकार अपुन के माफ़िक भी होते हैं जो पलट कर हमलावरों की पिछाड़ी फ़ाड़ देते हैं लेकिन ये बात खबर नहीं बनती.......

Anonymous said...

tv par dekha to mujhe sab se jada rajkumar ki wife par gussa aaya, kaisi lady hai jo yah mana hi nahi chati ki uske pati ne rape kiya hai. aaj india me aisi hi ladies ki vajah se aadmioo ko badhava mil raha hai, jo unke galat kamo par parda daa rahi hai.

aaj mahila ko purush ka samana karne se pahle kudh ka samna karna hoga, nahi to ek mahila dusri mahila ka chirharan karti rahi..

anu 'agni'

Anonymous said...

tv par dekha to mujhe sab se jada rajkumar ki wife par gussa aaya, kaisi lady hai jo yah mana hi nahi chati ki uske pati ne rape kiya hai. aaj india me aisi hi ladies ki vajah se aadmioo ko badhava mil raha hai, jo unke galat kamo par parda daa rahi hai.

aaj mahila ko purush ka samana karne se pahle kudh ka samna karna hoga, nahi to ek mahila dusri mahila ka chirharan karti rahi..

anu 'agni'