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1.5.08

मां तुझे मरना होगा

ये हैं मैडम अनुराधा
प्यार में पागल हो रही हैं बेटिया मां तुझे मरना होगा ये शब्द हैं प्यार में पागल उन लडकियों के जो अपने प्रेमी को पाने के लिए अपनी मां का कत्ल करने में जरा भी सकोच नही करते हैं और प्रेमी की चाह मे पूरे परिवार की हतया करने मे भी पीछे नही है२५ अप्रैल०८ -मेरठ के एक छोटे से गांव बहसुमा में रहने वाली उम्र महज १५ वषॆ इस लड़की ने अपने दो-दो प्रेमीयों के साथ मिलकर अपनी मां की हत्या कर कोलकता फरार हो गयी अजीब बात हैं कि पुलिस व मीडि़या के सामने भी वह मुसकुरा रही थी -उसका कहना था मां की हत्या का अफसोस नही

ये हैं इशक में पागल शबनम
इशक में पागल शबनम १८अप्रैल०८ जिसने अमरोहा के बावनखेड़ी में अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही मां-बाप ,दो भाईयों ,भावज व भतीजे के साथ ममेरी बहन की हत्या कर दी ।




जय भड़ास
राकेश जुयाल

3 comments:

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

राकेश जी,ये इश्क या प्रेम जैसी पवित्र भावना नहीं बल्कि वासनात्मक आकर्षण का दुष्परिणाम है...

Ajit Kumar Mishra said...

जब कर्तव्य की जगह अधिकार की बात होगी।
प्रेम की जगह मन में वासना होगी।
त्याग की जगह छीनने की भावना होगी।
तो इस तरह की घटनाऐं भी होगी।

Anonymous said...

भाई ये तो होना ही था, हो ही रहा है होता ही रहेगा, आखिर विषय ही वासना का है. सब पीछे छूट जाते हैं जब तन और मन पर वासना हावी हो जाता है. सबसे ऊपर तन की भूख जो हो गयी है.