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5.5.08

mitron namaskaar

main accha aadmi nahi hun lekin acche log mujhe acche lagtey hain...ummeed hai ki mere jaise badakal,badshakal bewafa,behaya,begairat,bemuraavat,badtameej,badtahjeeb shaks ko mitrawat paakar khudko kushnaseeb samjhengey...
aapka
jagdish tripathi

3 comments:

VARUN ROY said...

अपनी तारीफ में जितने विशेषणों का प्रयोग किया है त्रिपाठी जी
आपने, उसकी एकाध झलक भी तो दिखे भड़ासियों को
वरुण राय

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

भाऊ,ये राय आपकी अपनी निजी है खुद के बारे में या लोग आपको ऐसा मानते हैं? दोनो ही सूरत में आपका हार्दिक स्वागत है हमारे धन्यभाग जो आप जैसे मित्र मिल रहे हैं.... अगर कुछ थोड़ा बहुत "बद" बचा रह गया हो तो अगली पोस्ट में लिखियेगा.....

Anonymous said...

भाई,
मजा आ गया बड़े दिनों बाद बेहतरीन विशेषणों से सुशोभित व्यक्तित्व से सामना पड़ा है. अब जल्दी से अपने इन अलंकरणों को यहाँ साबित भी कर दीजिये.

जय जय भडास.