Bhadas ब्लाग में पुराना कहा-सुना-लिखा कुछ खोजें.......................

20.6.08

कोई इन्हे समझाओ यारो

मै पेशे से एक पत्रकार हूँ लेकिन आजकल मीडिया वाले जो दिखा रहे है उसे देखकर मुझे अपने आप पर शर्मिंदगी होती है काश कोई ऐसा हो जो आज के एन पत्रकारों को समझाता .हालत तो इतनी ख़राब है की अब मैं उपरवाले से प्रार्थना करता हूँ कि काश koइ अवतार लेता और सनसनी फैलानेवाले सारे पत्रकारों को जुटें मार मार कार पत्रकारिता सिखाता .जय भड़ास .अगली बार इससे भी धासू सलाह .

No comments: