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27.8.08

शरीफ मुशर्रफ

चुटकी
मुशर्रफ बेचारा शरीफ था
तभी तो गद्दी छोड़ी है,
वरना तो पाक में
सभी ने अपने अपने
विरोधी की गर्दन ही तोडी है।
------गोविन्द गोयल, श्री गंगानगर

2 comments:

Asha Joglekar said...

kya bat hai !

Anonymous said...

मुनिवर,
शानदार लिखा, आपको बधाई देने में कंजूसी नही करूंगा.
जय जय भड़ास