Bhadas ब्लाग में पुराना कहा-सुना-लिखा कुछ खोजें.......................

30.8.08

एकता में अनेकता . . .

एकता जी आज की सास बहु सीरियल की पितामाह. जिनके सारे सीरियल मैं सास, बहु, महिला खलनायिका, फेशन, साड़ी और षडयंत्र. कल के शो मैं उनका स्वयं का रोल बड़ा अजीब लगा. पैर पर रखा हिलता हुआ पैर, मुह मैं चुन्गम और मोर्डेन स्टायल के कपड़े. शायद एकता जी को पता नही की वे देश की होनहार पीढी की रोल माडल है.
वैसे गलती तो उनकी भी नही थी प्रोग्राम ही कुछ ऐसा था वरना वे आज तक बिना तिलक के बाहर नही गईं.
मंजुराज ठाकुर सह संपादक www.narmadanchal.in

2 comments:

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

मंजु बहन,एकता कपूर को आप एकता जी कह रही हैं और खून मुझ बेवकूफ़ का जल रहा है...
जय जय भड़ास

Anonymous said...

डॉक्टर साहब आप आपना खून मत जलाइये क्यूंकि अभी उसकी जरूरत बहुत से जलने वालों को है,
और हाँ मंजू जी,
एकता महिला की विभिन्नता का प्रतीक है, देखिये और आनंदित होइए, बाजार में महिला को कैश करना और कराना इसके लिए एकता को धन्यवाद दीजिये जिसने वाकई में महिलाओं को उनकी अहमियत बता दी है :-P
जय जय भड़ास