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20.9.08

कितने शहीद और.....?

कल एक और जांबाज़ सिपाही आंतकवादियों के हाथों शहीद हो गया....जब कभी भी सिमी के खिलाफ कोई अभियान शुरू होना होता है उससे पहले ही उसकी पैरवी करने ताठाकथिथ बुधिजीविओं का एक वर्ग तुंरत उठ खडा होता है...जिसका काम है सिमी की तुलना बजरंगदल आदि से करके इस मुहीम को कमजोर करना इस्सी चक्कर में सिमी आज भी मजबूत बना हुआ है....अरे कम से कम इतना तो सोचो की सिमी का विरोध ओं का विरोध नहीं है...लेकिन क्या करें इनका सपोर्ट करने लालू ,मुलायम और रामविलास पासवान जैसे नेता तो मौजद है ही...अब कोई जिए या मरे इनको तो अपने मत से मतलब है...मैं पूछना चाहता हूँ इन लोगो से की क्या कभी बजरंगदल बुम्विस्फोत करते पाया गया है...सिमी ने तो देश के ख़िलाफ़ जंग छेड़ राखी है....फ़िर उनका पक्ष कर आप क्या सिद्ध करना चाहते है...ये एक फैशिओं सा हो गया है...जो बजरंगदल की बात करेगा वो ग़लत उर सिमी की बात करने वाला सही....वह रे बुधिजिवियो ..आप जसे लोगों ने ही ह का बन्ताध्हर किया है...कृपया अब हमे बख्शो ...कितने मोहन चंदर शर्मा का खून और पियोगे तुम?युद्ध तो दुसरे देश के खिलाफ लड़ा जाता है यहाँ तो हम अपने ही देश में इन देशद्रोहियों से लड़ते हुए शहीद हो रहें है.......हे बुधिजिवियो अब इस देश पर रहम करो......रजनीश परिहार....

2 comments:

Anonymous said...

मोहना चंद्र शर्मा की शहादत पर देश का सलाम मगर क्या सच में पुलिसिये अपने कार्य को एसे अंजाम देते हैं, पूछिए उन से जिन पर पुलिसिया जुर्म कहर बनकर टुटा, मानसिक विकृति का नमूना मेरठ का मजनू कांड बना, देखिये मुंबई में कैसे पोलिस वाले ने दाऊद के काम को सम्हाल रखा है, और संग ही नेताओं को भी की कैसे पलिस का उपयोग करते हैं और आलोक तोमर हवालात में होते हैं,
जय जय भड़ास

RAJNISH PARIHAR said...

rajnish ji samjhane ki koshish kijiye musalmaabn aur aantakvaad do alag alag cheezen hai...kuchh hat kar sochiye.....aaj desh humse kuchh maang rha hai.....