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10.10.08

लाइव इन रिलेताशन्शिप महाराष्ट्र सरकार के मानसिक दिवालियापन का परिचायक--धीरेन्द्र प्रताप सिंह

लाइव इन रिलेताशन्शिप महाराष्ट्र सरकार के मानसिक दिवालियापन का परिचायक--धीरेन्द्र प्रताप सिंह
महाराष्ट्र सरकार का लाइव इन रिलेसंसिप को कानूनी मान्यता देने का निर्णय उनकी मानसिक दिवालियेपन का परिचायक तो है ही साथ ही भारत के प्राचीन और महान संस्था विवाह को कमजोर करने का खाद्यंत्र भी है /हालाँकि उनकी ये साजिश सफल नही होगी क्योकि कल ही मुंबई के कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व गृहराज्य मंत्री कृपा शंकर सिंह ने अक टीवी चैनल पर इसे बेकार बताते हुए इसके विरोध की बात कही है /इसके लिए उन्हें धन्यवाद /श्री सिंह पूर्वी उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले से है जो विश्प्रसिध कशी के पास है इसलिए लाइव इन रिलेसनशिप का विरोध करके उन्होंने सिद्ध भी कर दिया है की उन्होंने अभी तक अपने अन्दर के जौनपुरिया को राजनीति की बलि नही चड़ने दिया है /बहरहाल कृपा जी आप बुराइयों के विरोध के मैदान में ऐसे ही मजबूती से जामे रहे /आप के साथ करोडो लोगो की सद्भावानाये है /आपको अपने कार्यो के लिए याद किया जाएगा /धीरेन्द्र प्रताप सिंह जौनपुर

3 comments:

गोविंद गोयल, श्रीगंगानगर said...

bharat kee sanskiriti ko nast karne ko tayar, ye kaisi maharastr sarkar

Anonymous said...

भारत की संस्कृति के जन नायक ही नाजायज औलाद के अग्रेता. जब राम के बाप का पता नही तो कैसी संस्कृति की दुहाई.

Dreamer said...

Sri Maan Ji,

Hindustaani sabhyataa main "Gandharv Vivaah bhi that jisme toh live in jaisee baat bhi nahi thee, sirf bistar hi garm hota tha, aur pata nahi hamaare kitne saadhuwon ne gandharv vivah ke naam par bahti ganga main haath dhoya hoga"

naarad ji ek baar fir bataata hoon, apni biwi, bachhon, maan baap ki chintaa kijiye, hindustaan ki sabhyataa hindutaaniyon par chhodiye".

Jai Hind