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10.10.08

पहले देश के गद्दार, फिर उत्तर भारतियों की बारी

  • हृदेश अग्रवाल
गुरूवार को शिवाजी पार्क स्थित दशहरा रैली को संबोधित करते वक्त मुंबई के शेर (बाल ठाकरे) की गर्जना सुनकर मानो ऐसा लगा कि शेर अपने पूरे शबाब पर है और मानो जैसे कि महाराष्ट्र से बिहारियों को निकालकर ही मानेंगे। लेकिन शिव सेना प्रमुख एक बात भूल गए कि महाराष्ट्र को तो वह उत्तर भारतियों से बचा लेंगे लेकिन देश को बचाने के लिए भी बाल ठाकरे साहब को शेर की भांति इन अल्प संख्यकों का शिकार करना होगा क्योंकि उत्तर भारतीय तो हमारे ही भाई हैं लेकिन देश में रह रहे देश के गद्दार यानि आतंकवादियों को पनाह देने वाले अल्पसंख्यक और हमारे ही गद्दार भाई। क्योंकि जब देखो दूसरी कौम के लोग हमारे हिन्दू संगठन पर प्रतिबंध की बात करते रहते हैं और अपने आतंकवादी संगठन पर प्रतिबंध की बात नहीं। अगर कोई आतंकी पकड़ा जाता है तो हमारे देश में बम ब्लास्ट कर जता देते हैं कि या तो हमारे साथियों को छोड़ो वरना हम भी नहीं छोड़ेंगे।इसलिए शिव सेना को बजरंग दल व विश्व हिन्दू परिषद को देश से गद्दार निकालने में साथ देना चाहिए न कि इस बात विरोध करना चाहिए कि महाराष्ट्र से उत्तर भारतियों को भगाया जाए। क्योंकि हमारे देश के गद्दार उत्तर भारतीय नहीं वो हैं जो आतंकवादियों को पनाह देकर हमारे देश को बर्बाद करते हैं।
जय हिंद, जय भारत!

3 comments:

गोविंद गोयल, श्रीगंगानगर said...

good jee good

Anonymous said...

देशभक्त तो भगवा में होते हैं,

Dreamer said...

bhartia bhartiya hai, chahe wo uttar, dakshhin, purab paschim ka ho ya fir hindu musalmaan, sikh ya christan......

shive sena ki harka bas is baat ko pukhtaa karti hai ki hamaare desh main hindu musalmaan kuchh nahi hai......agar kuchh hai toh wo hai....

SATTA, VOTE KI RAJNITI AUR POWER....BAKI SAB CHHALAWAA HAI.....

JAI HIND