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1.10.08

ईसाई पर भारी बजरंगी

  • हृदेश अग्रवाल
उड़ीसा और कर्नाटक में हुए चर्चों पर हमले से बौखलाए ईसाई समुदाय ने हिन्दू संगठन बजरंग दल पर आरोप लगाते हुए कहा है कि बजरं दल एक आतंकी संगठन है इस पर जल्द से जल्द प्रतिबंध लगना चाहिए। उन्होंने कहा कि सावरकर व शिवाजी ने जब हिन्दुओं को एकत्रित किया था जब से ही मुस्लिमों व ईसाईयों को हिन्दु लोग अपना दुश्मन समझते हैं और हम पर और हमारे धर्म पर ऊंगली उठाते हैं। बजरंग दल को क्या हक है कि वह ईसाई समुदाय के चर्चों को जलाए। हम तो किसी भी समाज के व्यक्ति से नहीं कहते है कि वह अपना धर्म छोड़ हमारे ईसाई धर्म को अपनाए। अगर कोई खुद हिन्दू अपना धर्म छोड़कर हमारा धर्म अपनाना चाहते हैं तो हम क्यों मना करें। वहीं बजरंग दल का कहना है कि हम यह कतई बर्दाशत नहीं करेंगे कि हमारे हिन्दू समाज को कोई तोड़े जो हिन्दू समाज को तोड़ने की जुर्रत करेगा उसका यही हश्र होगा, चाहे वह किसी भी धर्म या समाज का हो। वहीं बजरंग दल ने कहा कि दूसरे धर्म के लोग हमारे हिन्दू समाज के लोगों को कई प्रकार के प्रलोभन देते हैं और अपना हिन्दू धर्म छोड़कर अपने धर्म में सम्मिलित होने को कहते हैं, लेकिन यह नहीं जानते कि हिन्दू समाज या संगठन कभी इस बात को बर्दाशत नहीं करेगा कि कोई भी दूसरा धर्म या समुदाय हमारे धर्म या समाज के टुकड़े कर हमको बोना साबित करे। हम तो किसी और समुदाय के व्यक्ति को नहीं जोड़ते। हम दूसरे समुदाय को अपने हिन्दू समुदाय के ऊपर हावी नहीं होने देंगे क्योंकि यह हिन्दुस्तान हिन्दुओं का है। अगर हम दूसरे समुदाय वालों से कहें कि तुम अपने बाप को बाप न बोलकर हमारे बाप को अपना बाप बोलो तो क्या तुम बोलोगे? जो हम अपने बाप को बाप न कहकर तुम्हारे बाप को बाप कहें। अगर आज हिन्दुस्तान में विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल जैसे हिन्दू संगठन नहीं होते तो हम हिन्दुओं का नामो-निशान यह दूसरे समुदाय के लोग काफी पहले ही मिटा चुके होते या अपना गुलाम बना होते, लेकिन भला हो इन हिन्दू संगठनों का जो हमारे इस बहुसंख्यक समाज को आज भी जोड़े रखें हैं।

7 comments:

गुफरान सिद्दीकी said...

अग्रवाल जी आपका लेख पढ़ा कोई नई बात नहीं है आपने वही लिखा जो जो आपके फायर ब्रांड कहे जानने वाले नेता गाहे बगाहे बोलते रहते है.लेकिन इसका कतई ये मतलब नहीं की मै किसी की धार्मिक आस्था को चोट पहुचने की कोशिश कर रहा हूँ ! अग्रवाल जी अगर बहुसंख्याक अपनी बात अपने संगठन की बात बेबाकी से कहें तो क्या अल्पसंख्यको ये अधिकार नहीं वो भी अपने संगठन और अपने लोगों की सुरक्षा की बात बेबाकी से कर सकें! परन्तु इसे विडम्बना ही कहा जायेगा की मुस्लिम अगर या अपने किसी दल को समर्थन की बात करे तो वो कट्टर पन्थी कहा जाता है पर यहीं पर जब हिन्दू अपने संगठन की बात करते हैं तो क्या वो कट्टरता नहीं है आखिर इसका इलाज क्या है क्या अल्पसंख्यक इस देश के नागरिक नहीं हैं जो आज उनके लिए पुरे जोर शोर से ये प्राचर किया जाता है की वो देश पर बोझ हैं देश में अराजकता फैला रहे हैं. और एक तथाकथित पार्टी को छोड़ कर बाकि पार्टियाँ मुस्लिम तुस्तिकर्ण की नीति अपना रही हैं ......आखिर लोग करना क्या छह रहे हैं हर घटना चाहे वो किसी भी समुदाय ने की हो वहां मुस्लिम शब्द क्यूँ जोड़ा जाता है .क्या ये कभी नहीं रुकने वाला सफ़र है या हम सभी कभी मिल कर कह सकेंगे ki ............... हम हिन्दुस्तानी .............आपके लेख के लिए आपको धन्यवाद् नवरात्र की शुभकामनाओ सहित आपका हिन्दुस्तानी भाई.............!

गोविंद गोयल, श्रीगंगानगर said...

bat or andaj dono sahi hain

Anonymous said...

बजरंग दल के लोग हिन्दुओं के ठेकेदार कब से हो गये, मैं हिंदू हूँ और मैं अपने देश का सबसे बड़ा आतंकी और गैर सामाजिक संस्था इसे मानता हूँ और सरकार से अपील भी करूंगा कि इस काले डब्बे को काल कोठरी के कचरे में डाल दो, चुतिओं ने हिंदू का जामा पहनकर देश को अपनी जागीर समझ रखी है. ये देश सभी जाति का है सभी कौम का है और कोई इसे अपने दादा जी कि जागीर नही बता सकता है, वैसे भी ये बजरंगदल वाले जयचंद कि ही संताने हैं जिसने गद्दी के लिए पृथ्वी राज चौहान को अपने फायदे के लिए बेच दिया था.
जय जय भड़ास

inder said...

BAJRANG WALE TO NAHI PAR RAJANEESH JHA JAROOR HAI

niftaspirant said...

Swal ye nahi hai ki Hinduon ko kaun Bacha raha hai. Par Sachhai hai ki Hindu kam se kam Isaion ta Muslimon ki tarah dhram pariwartan ki muhim nahi chalate. Itihas gawah hai ki muslimo ne Bharat me sabse jyada dharma parivartan karwaya Aur aaj isai is kam me aage hai
Aap kisi bhi jagah ki baat dekhiye. Jitne bhi isai school hai . Acche hai par Hindu parva ki Chuttian kitni hai Holi Diwali jaise bare bare Hinduon ke parv me to padhai kre nam par khule rahte hai par bara din aur Good frday me 20 din band ho jate hai.
Aisa nahi hai ki in schoolon me kewal isai padhte hai. yahan mostly Hindu ta muslim bacche padhte hai.
Main kahna chata hun ki is prakar ki mentality badalne se hi In dia ka vikaas shambhav hai

Anonymous said...

bajrang dal hinduo ki raksha kar rha hai or isai muslim bahri desho se akar hinduo ka dharmantaran kara kar apna bhumat banane me lage hai lekin hindu jag rha hai iske udahran gujrat orrisa karnatak mharashtra me milte hai

B POSSITIVE said...

Wah ji wah jab koi hinduo ke liye aawaj uthai to wo aatanki ho gaya chutiya ho gaya salo tum logo se bada chutiya koi nahi ye desh hinduo ka tha or hinduo ka hi rahega chahe koi bhi maderchod kitna hi uchal le is baat ko nahi nakara ja sakta ye to is randi ke jano sarkari mulajimo ki wajah se ho raha he ki hume hi humare desh me humari hi dharoharo ke sath batwara karna pad raha he sirf in madar chodo ke karan tejo mahalay ko tajmahal bana kar tamacha mara ram bhumi me fir se masjid ke liye jagah dedi bas ik bigul ki jarurat he hum sabhi ko jo humare desh or humari dharohar ke bare me wiprit khada hoga use kat kar rahk denge khoon ki nadiya baha denge chahe jo ho hum hindustan ko pure hindustan bana ke hi dum lenge ab bhi waqt hai sambhal jao