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8.11.08

क्योंकि उनका इस्तीफा उनका बलिदान था.. जागो मीडिया?

एसोसिएट मैनेजिंग एडीटर और प्रोडक्शन चीफ विवेक बख्शी के इस्तीफे से ना सिर्फ पूरे मीडिया में हलचल पैदा कर दी है बल्कि मैनेजमेंट के मुंह पर एक तमाचा भी मार दिया ,उन्होंने ना सिर्फ यह जता दिया की voi में मैनेजमेंट का राज अब ज्यादा दिन नही चलने वाला .विवेक बख्शी के बारे में यह कहा भी जाता रहा है की वो अपने साथ में काम करने वालो के साथ बेहतर रिश्ते बना कर चलते है ,यह बेहद सुखद बात है की मीडिया में ऐसा व्यक्ति अपने रूतबे से बेहद दूर अपने साथियो के लिए आज उनके साथ खडा हुआ दिखाई दिया ,लेकिन शर्मसार करने वाली बात यह है आज उनके साथ कोई नही है ,हमें चाहिए की आज हम सब लोग इस इस्तीफे की कड़ी निंदा करे ,और vivek के साथ हुई इस त्रासदी पर मीडिया में एक नया आन्दोलन कर दे ताकि वो अपने मुकाम पर वापिस जा सके ..........एक मीडिया कर्मी
आपका सहयोग ...बेहद जरुरी
बख्शी के बारे में पता चला है कि प्रबंधन ने उनसे कई वीडियो एडीटरों की छंटनी करने को कहा था। विवेक ने बजाय छंटनी करने के, खुद इस्तीफा देना बेहतर समझा। विवेक के इस्तीफे से नाराज सभी वीडियो एडीटरों और कैमरामैनों ने काम बंद कर दिया और न्यूज रूम से बाहर आ गए। पता चला है कि प्रत्येक सेक्शन में काम ठप होने से चैनल पर देर तक रिकार्डेड प्रोग्राम दिखाया गया। कुछ का यह भी कहना है कि विवेक बख्शी ने इस्तीफा नहीं दिया बल्कि उन्हें निकाला गया है। सूत्रों का कहना है कि विवेक सीईओ राहुल कुलश्रेष्ठ के खास लोगों में से हैं। जो भी हो, लेकिन विवेक की लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उनके जाने की खबर से सभी वीडियो एडीटर और कैमरामैन काम छोड़कर बाहर आ गए हैं।

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