Bhadas ब्लाग में पुराना कहा-सुना-लिखा कुछ खोजें.......................

10.12.09

तेलंगाना की माँग काँग्रेस ने मान ली

विस्फ़ोट ने खबर दी कि तेलंगाना की माँग काँग्रेस ने मान ली और रावने अनशन तोङ दिया. कमाल है, मैंने कल ही हो लिखा था इस कुण्डली में, कि अलग तेलंगाना बन भी गया तो जनता को कुछ नहीं मिलने वाला.
कल बोला वह हो गया, चमत्कार का घूंट.
कब किस करवट बैठ जाय, राजनीति का ऊँट.
राजनीति का ऊँट, अभी फ़िर करवट लेगा.
राव को बहलाया है, अभी से क्या मानेगा.
कह साधक सारा का सारा भ्रम का खेला.
चमत्कार हो गया वही जो मैं कल बोला.३८
राजनेता आन्दोलन करते हैं, तब तक एकदम सच्चे होते हैं, मासूम और पवित्र. सत्ता-सुन्दरी पाते ही मन डोल जाता है. जाहिर है कि तेलंगाना के प्रथम मुख्यमंत्री राव ही होंगे. तब देखना है कि इस अनशन आदि का क्या परिणाम निकलता है. वैसे परिणाम सबको मालूम है, मगर व्यवस्था-तन्त्र ने इतना जकङ रक्खा है कि मानव चाहकर भी इसके पझे से छूट नहीं सकता. एकमात्र रास्ता है, समझ बनाकर इस सबसे ऊपर उठ जाओ. जब तक मानव जागृत नहीं होता, दुनियाँ तो ऐसे ही चलेगी.

No comments: