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12.3.10

मोयरंग : आजादी से पहले अंग्रेज हारे जंग

मोयरंग : आजादी से पहले अंग्रेज हारे जंग
अंजनी निगम, कानपुर मणिपुर के मोयरंग में 15 अगस्त 1947 को आजादी के तीन साल चार माह पहले ही आजाद हिंद फौज के कर्नल शौकत मलिक ने अंग्रेज फौज को हराकर हिंदुस्तान का तिरंगा फहरा दिया था। पूर्व सैनिक सेवा परिषद इस साल 14 अप्रैल को उसी ऐतिहासिक स्थान पर नेताजी सुभाष मोयरंग उत्सव मनाने जा रहा है। पूर्व सैनिक सेवा परिषद ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती और प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की 150 वीं जयंती पर वर्ष 2007 में मोयरंग से मेरठ तक यात्रा निकाली थी। मोयरंग उत्सव के पहले परिषद उन क्षेत्रों में संपर्क अभियान चला रहा है। परिषद के उत्तर प्रदेश व उत्तरांचल के संगठन मंत्री प्रह्लाद सिंह ने बताया अभियान के तहत पूर्वोत्तर प्रांतों में रह रहे पूर्व सैनिकों को एक कड़ी में पिरोया जा रहा है। उत्सव की जिम्मेदारी मणिपुर सरकार ने ली है। इम्फाल के दक्षिण में 60 किलोमीटर दूर स्थित मोयरंग में अंग्रेजों की बड़ी छावनी थी। आजाद हिंद फौज ने इस पर हमला बोलकर 14 अप्रैल 1944 को तिरंगा फहराते हुए अजादी की घोषणा कर दी थी। उन्होंने बताया पूर्वोत्तर के शहीदों को श्रद्धांजलि व उनके परिजनों को सम्मानित करने, इन राज्यों के भाइयों के मन में सशस्त्र बलों के प्रति सम्मान उत्पन्न करने तथा देशवासियों को एकता व भाईचारे के सूत्र में बांधने के लिए उत्सव मनाया जा रहा है। देश भर से पूर्व सैनिक 11 अप्रैल को गुवाहाटी में उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंचेंगे। 12 अप्रैल को कोहिमा में मोयरंग यात्रियों का स्वागत होगा तथा 13 को इम्फाल में सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद 14 की सुबह नौ बजे मोयरंग शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी जायेगी।

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