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28.8.11

अहिंसक गांधी


अहिंसक जनक्रांति के मार्फत अन्ना की जीत के बाद संभवतया देश दुनिया को समझ में आया होगा कि महात्मा गांधी व उनकी विचारधारा के मायने क्या थे, और आज भी क्या हैं। उन्हें भी जो अब तक गांधी की विरासत संभालने का श्रेय लेते रहे हैं। उन्हें भी जो अब तक गांधी को गाली देते आये हैं। इस देश में सत्ता के जुल्मों के विरूद्ध जब-जब बंदूकें उठी तो शासकों ने बंदूकों के बल पर ही उन्हें ठिकाने लगाने की भी कई कोशिशें की। यहां तक कि उन्हें आतंक का पर्याय घोषित कर हमेशा मुख्यधारा से भी दूर किया जाता रहा है। लेकिन आजादी के बाद के इतिहास की यह अकेली क्रांति है जिसके खिलाफ शासकों को ऐसा कोई हथियार नहीं मिला जिससे वे अन्ना व उनकी टीम को सबक सिखा सकते। सो गांधी के वंशजों व गैर वंशजों तंत्र को तंत्र की भाषा से नहीं बल्कि गांधी की ही भाषा में, रास्ते से धोबी पछाड़ दी जा सकती है। आईऐ आगे बढ़ें गांधी के साथ.......।

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