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27.9.11

अली बाबा चालीस चोर की थीम पर दुर्गापूजा

शंकर जालान


कोलकाता। मछुआ बाजार सार्वजनीन दुर्गापूजा समिति इस बार अली बाबा और चालीस चोर के महत्व को उजागर करने के मकसद से पूजा पंडाल का निर्माण कर रही है। पंडाल के भीतरी हिस्से में म्यूजिकल सिस्टम (संगीत) व्यवस्था की गई है। बच्चों की रूचि को ध्यान में रखते हुए पंडाल के आसपास कार्टून, घोड़े समेत बच्चों को लुभाने वाले कई चित्र अंकित किए जा रहे हैं।
दुर्गापूजा समिति के एक प्रमुख सदस्य ने बताया कि 2011 के लिए गठित कमिटी में विजय उपाध्याय, विधायक स्मिता बक्शी, पार्षद रीता चौधरी, राजेश लाठ और प्रह्लाद राय गोयनका को शामिल किया गया है।
सदस्य के मुताबिक 30 फीट ऊंचे, 95 फीट लंबे और 34 फीट चौड़े पंडाल को बनाने में बांस, तिरपाल, कपड़ा, प्लास्टर आॅफ पेरिस, रस्सी, जूट, लकड़ी और झूड़ी का इस्तेमाल किया जा रहा है।
सदस्य ने बताया कि मछुआ बाजार (फल मंडी) में 1953 से पूजा आयोजित हो रही है। शुरू-शुरू में पूजा साधारण रूप से की जाती थी, लेकिन बीते कुछ सालों में पूजा न केवल भव्य रूप से की जाने लगी, बल्कि चर्चा का विषय भी रही। बीते कुछ सालों पशु-पक्षियों के महत्व के मद्देनजर, रेत में फंसी नाव, बौद्धस्तूप, पिरामिड, कच्चे बांस, व्हाइट हाउस और जूट की रस्सी का पंडाल बनाकर समिति ने वाह-वाही लूटी और कोई पुरस्कार भी जीते।
समिति के मुताबिक राज्य सरकार के युवा विभाग, चैनल विजन और सृष्टि चैनल समेत कई संस्थानों की ओर से बेहतरीन साज-सज्जा के लिए सम्मान मिल चुका है।
थीम, प्रतिमा, बिजली सज्जा, उद्घाटन, बजट और विसर्जन के बारे में समिति के सदस्यों ने बताया कि पूर्व मेदिनीपुर जिले के बादल प्रधान की परिकल्पना को साकार करने में सैकड़ों कारीगर बीते कई सप्ताह से लगे हुए हैं। उन्होंने बताया कि कुम्हारटोली के संजू पाल उनके पूजा पंडाल के लिए मां दुर्गा समेत लक्ष्मी, सरस्वती, कार्तिक और गणेश की प्रतिमा बनाने में जुटे हैं।
समिति के एक वरिष्ठ सदस्य ने बताया कि बिजली सज्जा की जिम्मेवारी विद्युत इलेक्ट्रिक को दी गई है। उन्होंने बताया कि साढ़े आठ लाख के बजट वाली इस पूजा पंडाल का विधिवत उद्घाटन एक अक्तूबर को कई जानेमाने लोगों की मौजूदगी में होगा और एक सप्ताह तक पूजा-अर्चना करने के बाद आठ अक्तूबर को नम आंखों से मां दुर्गा को विदाई दी जाएगी।

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