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6.10.11

कैसे मनाएंगे ३२ रूपए में त्यौहार



मैं बात कर रहा हूं उन लोगों की, जो तेजी से विकास कर रहे भारत के नागरिक है जिनकों सरकार मानती है कि वो ३२ रूपए में अपना गुजारा कर सकते है। उन्हें सरकार द्वारा किसी तरह की राहत की कोई जरूरत नहीं है। हाल ही का समय ऐसा चल रहा जो वर्ष में एक बार ही आता है यानि त्यौहार का सीजन, नवरात्र, दशहरा पूजन और उसके बाद दिपावली। एक साथ इतने बड़े त्यौहारों का लोग बड़ी बेस्रबी से इंतजार करते है। इसकी कई वजह है स्कूल, कालेजों, दफ्तरों, वगैरा से कई दिनों की छुट्टी मिल जाती है। उसके साथ काम करने वालों को सालाना बोनस आदि भी इसी दौरान ही मिलता है। लिहाजा सभी के मन में त्यौहारों को अपने मन से मनाने का खूबसूरत मौका मिल जाता है। लोग अपने परिवार में बड़ी खुशी के साथ जिन्दगी का आन्नद लेते है। ये जिन्दगी उन लोगों की है जिनके आय ३२ रूपए से कहीं अधिक है। उन लोगों का क्या होगा जो ३२ रूपए में त्यौहारों की मौसम में सपना बुने हुए है। सरकार ने अपना पल्ला झाड़ कर उन्हें किस्मत के भरोसे छोड़ दिया है। देश में महंगाई मुंह बाए खड़ी है, आए दिन समाचार पत्रों, रेडियो या टीवी से खबर मिलती है कि महंगाई दर फिर बढ़ गई है। बाजार में जिस सामान का दाम बढ़ जाता, वो शायद ही बाद में कम होता हो। ऐसे में भारत की उन नागरिकों की चिंता लाजमी है कि वो त्यौहारों के इस दौर में ३२ रूपए में कैसे अपना गुजारा कर सकेंगे।
सूरज सिंह सोलंकी।
गाजियाबाद।

1 comment:

Mirchi Namak said...

भाई आप के भाव अनोखे है बाबा के चेहरे पर भाव बहुत है और सवाल भी