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4.10.11

क्या अन्ना को महात्मा माना जाना चाहिए

आज ही फेसबुक पर एक बहस छेडी गई है कि क्या अन्ना को महात्मा माना जाना चाहिए, ये तो बेहद बेवकूफी है, अन्ना के गांव वालों ने उन्हें महात्मा घोषित कर दिया तो पूरा देश उसे क्यों मानने वाला है, वे गांव वालों के खुदा हो सकते हैं, मैं तो कहता हूं कि गांव वालों ने उनके सम्मान में कमी की है, उन्हें तो गांव का भगवान ही घेषित देना चाहिए था, और बडे मजे बी बात देखए कि मीडिया ने उस खबर को भी कितना प्रचारित किया, लो अब फेसबुक पर भी बहस छेड दी गई है, क्या यह सब प्रायोजित नहीं लगता, जैसे केजरीवाल के बारे में ऐसा ही किया गया कि उनकी बराबरी राहुल से करने की कोशिश की गई, कितने दुर्भग्य की बात है कि लोग बडी आसानी से अन्ना को गांधीजी के साथ खडा करने की कोशिश कर रहे हैं, असल में वे जानते ही नहीं कि गांधीजी का व्यक्तित्व कितना विशाल है
tejwanig@gmail.com

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