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17.1.14

आज राहुल गांधी जी का भाषण सुना । सुना कि वे पीछे मुड़कर नहीं  देखते । देख लेते तो पता चलता कि उनके लोगों ने देश में  कितनी गरीबी छोड़ी है । देखते तो पता चलता कि जिस कलावती के घर का एक वक़्त का भोजन वे खा आये थे उसका दामाद और बेटी कर्ज में डूबकर मर चुके हैं और वह  भी मरणासन्न है ।
वे कहते हैं कि कांग्रेस का इतिहास तीन हज़ार साल पुराना है । सॉरी , कांग्रेस का इतिहास तीन हज़ार साल पुराना नहीं है । अठारह सौ पचासी में स्थापित हुयी थी कांग्रेस । एक सौ उन्तीस वर्ष हुए हैं । लेकिन आप क्या कहना चाहते हैं ? देश की  आजादी का श्रेय लेना चाहते हैं । तो फिर उन्नीस सौ सैंतालीस के दंगों का भी श्रेय आपको लेना पड़ेगा  । गांधी जी ने आजादी के बाद कहा था कि कांग्रेस को  ख़त्म कर दो । वे जानते थे कि देश को आजाद करने का श्रेय लेकर कौन लोग मजे लूटना चाहेंगे । लेकिन ऐसा हुआ नहीं । क्या आज जो लोग अन्य पार्टियों में हैं उनके पुरखों या पार्टियों के लोगों को कोई श्रेय नहीं मिलेगा ? क्यों ?
राहुल ने कहा कि कांग्रेस एक सोच है संगठन नहीं । अच्छा ? लेकिन इस देश की  तीन हज़ार वर्ष  सोच  इतनी भ्रष्ट नहीं रही है । यह देश स्वर्णिम इतिहास रखता है । यदि आजादी के बाद की  कांग्रेस को हटा दिया जाय तो भारत का इतिहास बहुत स्वर्णिम रहा है । इसलिए अपनी सोच अपने पास रखिये ।
आपने कहा विपक्ष गंजों को कंघी बेचता है । जी हाँ।  कांग्रेस पार्टी की  तरह देश नहीं बेचता । टू जी । थ्री जी । koal  घोटाले नहीं करता ।
आप सिलेंडर बढ़ा रहे हैं ।  बेवकूफ समझते हैं हमें। हमें सिलेन्डर  देना चाहते हैं या अपने लिए ऑक्सीजन सिलेंडर जुटाना चाहते हैं ।
आप कहते हैं देश के गरीबों के लिए काम करेंगे । आपके मंत्री तो चाय वालों को  आदमी ही मानने को तैयार नहीं हैं ।   उन्हें तो समझाइये ।
छोड़िये भी । आप क्या जानेंगे गरीबों का दर्द ।
डॉ द्विजेन्द्र हरिपुर , देहरादून

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