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23.7.15

यार ये वैन इंटरनेशनल न्यूज़ एजेंसी सिर्फ फेसबुक पर ही चलती हैं क्या ?

यार ये वैन इंटरनेशनल न्यूज़ एजेंसी सिर्फ फेसबुक पर ही चलती हैं क्या? और फेसबुक पर भी सिर्फ यही देखने और पढ़ने को मिलता हैं यहां ऑफिस खोला यह ब्यूरो दिया , आज यहां इंटरव्यू हैं आज वहां इंटरव्यू हैं , और मीडिया में बेरोजगारी की भरमार होने के कारण बेचारे कुछ साथी इंटरव्यू देने भी जाते हैं किन्तु आज तक किसी का सलेक्शन होते हुए नही दिखा । और सलेक्शन होने के बाद वह लोग  आखिर क्या करेंगे क्योकि  वैन इंटरनेशनल न्यूज़ एजेंसी अभी तक न तो किसी वेबसाइट पर देखी न ही किसी चैनल या अख़बार में इसकी न्यूज़ चलती हुई दिखी ।



आप सिर्फ व्हाट्सअप और फेसबुक पर ही एजेंसी चलना चाहते हो तो वहाँ कम से कम न्यूज़ अपडेट करिये न की यहां ऑफिस खोला वहां ऑफिस खोला यहां इंटरव्यू हैं  ॥ यह सब बातें में आपको इसलिए बता और समझा रहा हूँ क्योकि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ हैं और एक पत्रकार होने के नाते में उसकी गरिमा को आप जैसे अन्य संस्थानों को बदनाम नहीं करने दूंगा ॥ आप भले ही अल्प समय या किसी अन्य मंशा के साथ इस क्षेत्र में आये हो किन्तु ये बात स्मरण रहे माननीय कि बहुत से रीड की हड्डी वाले पत्रकार आज भी मौजूद हैं तो आप पूरी पत्रकार बिरादरी को बदनाम न करिये । ऐसे चलने वाले अन्य संस्थान मुझे सिर्फ यह बताएं की आप हर किसी को अपने संस्थान का आईडी कार्ड १००० - २००० में बेचते समय उस व्यक्ति का यह आंकलन नहीं करते कि क्या अमुख व्यक्ति इस जिम्मेदारी के लिए सक्षम हैं । या फिर बस बोलने की आजादी की आड़ में आप हर किसी को पत्रकार बना सकते हैं । जिस व्यक्ति को आप फर्जी करार दे रहे हैं वह व्यक्ति कई जगह आपके साथ मौजूद हैं , तो वह फर्जी कैसे हुआ माननीय इस बात का जबाब जरूर देना , क्योकि आप सिर्फ यह बोलकर कि अमुख फर्जी पत्रकार हैं , अपना पीछा नहीं छुड़ा सकते , क्योकि इससे पुरे पत्रकार बिरादरी की बदनामी हो रही हैं , और जो अक्षय भाई जैसे पत्रकार जिन्होंने अपने फर्ज की खातिर जान गंवा दी उनकी उपेक्षा ऐसे ही नही होने दे सकते हम लोग । और जो व्यक्ति पुलिस दुआरा पकड़ा गया हैं उससे अच्छे तरीके से पूछताछ और जाँच होनी चाहिए की और कौन कौन लोग उसके साथ जुड़े हुए हैं इस संस्थान से या अन्य संस्थानों से , दिल्ली पुलिस कमिश्नर साहब इस बात को गंभीरता से लें और और पुरे प्रकरण की निष्पक्ष जाँच करें और दोषियों को सजा दिला कर हम पत्रकार बिरादरी को इस कलंक से निजात दिलाएं ॥ कुछ फोटो टैग कर रहा हूँ जो इस बात को प्रूफ करते हैं कि अमुख व्यक्ति फर्जी नहीं था बल्कि इस संस्था से काफी समय से जुड़ा हुआ हैं ॥ महोदय आप अपनी दिल्ली एन सी आर के ऑफिस और हेड ऑफिस का स्थाई पता अवश्य मुहैया कराये ॥


sanjay singh
sanjaysinghdelhi22@gmail.com

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