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20.8.15

सिटी बस में कन्डक्टर ने यात्रियों से की अभद्रता, नहीं दिया टिकट

सेवा में
संपादक महोदय,

विषय: सिटी बस में कन्डक्टर ने यात्रियों से की अभद्रता, नही दिया टिकट

-बस तेरे बाप की है जो टिकट बनाऊँ...
-रूट नं0 23 की बस के कन्डक्टर ने यात्रियों से की अभद्रता...

महोदय मैं आज दिनांक 17/08/2015 को अपने आफिस के लिए 3.35 बजे सिटी बस (रूट नं0 23) यूपी 32 डी एन 0687 से निशातगंज से सवार हुए, सवार होने के तुरंत बाद मैनें उक्त बस के कन्डक्टर से जीपीओं तक का टिकट बनाने के लिए 5.00 रुपये दे दिया।





पैसा तो कन्डक्टर ने रख लिया लेकिन टिकट नहीं दिया, टिकट  के लिए मैने काफी देर तक उससे कहा लेकिन वह अभी देगें-अभी देगें यही कहता रहा, बस भैंसाकुंड के पास तक पहुंच गयी लेकिन कन्डक्टर ने टिकट नही दिया। हमारे जैसे कई यात्रियों का पैसा ले लिया लेकिन टिकट नहीं दिया।

जब मैंने टिकट न देने का विरोध किया तो उक्त कन्डक्टर ने मुझे चलती गाड़ी से धक्का देकर बाहर निकालने लगा और बौला -“बस तेरे बाप की है जो टिकट बनाऊँ” . कन्डक्टर के इस व्यवहार क्षुब्ध नाराज यात्रियों ने शिकायत नं0 पर शिकायत भी कि लेकिन वहाँ से कोई रिस्पोन्स नही मिला। कन्डक्टर बौला -“हो गयी शिकायत जिसको जो उखाड़ न है उखार ले” . टिकट नही दुँगा। कन्डक्टर ने यात्रियों से की अभद्रता ।

प्रार्थी
मृत्युंजय पाराशर
मीडिया कर्मी (जन माध्यम)
मो.9598149733

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