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11.4.16

कारपोरेट मीडिया को डबल फायदा : मोदी सरकार की चमचागिरी हो गई और केजरी से विज्ञापन मिल गया

Sandeep Verma : कजरी सरकार तो विज्ञापन देने में माहिर सरकार है. मुझे लगता है यह इस मद में भाजपा को बखूबी पछाड़ सकते हैं. मोदी सरकार की बनियों के साथ मिलकर की जा रही मुनाफाखोरी का पर्दाफ़ाश जिस मीडिया को करना था, उसने उलटे कजरी को फंसाया.. डबल फायदा... मोदी सरकार की चमचागिरी और कजरी से विज्ञापन...
 
Sanjay Kumar Singh : 'जंग लगी' सरकार के राज में जनता का पैसा ऐसे ही बर्बाद होता है। मीडिया को टीआरपी की मलाई के साथ-साथ विज्ञापन की सौगात भी।

Mohammad Anas : आज पूरे देश के अख़बारों में अरविंद केजरीवाल ने प्याज़ मुद्दे पर फुल पेज विज्ञापन दिया है। केजरीवाल सरकार ने आजतक न्यूज़ चैनल पर झूठ बोलने का आरोप लगाया और केंद्र सरकार द्वारा प्याज़ की खरीद बिक्री पर विस्तार से बात की है। अरविंद केजरीवाल जब से दिल्ली पर काबिज़ हैं तब से वे कुछ न कुछ प्रपंच कर रहे हैं। जनता का पैसा बेहिसाब विज्ञापनों पर खर्च कर रहे हैं। राज्यपाल से दिखावे की लड़ाई और मोदी से मिलाई। आज निकाले गए विज्ञापनों का हिसाब लगाया जाए तो करोड़ों रूपए बनते हैं। यदि इन पैसों से प्याज़ खरीद कर दिल्ली वालों को दिया जाता तो कम से कम जनता को फायदा होता लेकिन मीडिया में झूठमूठ के मुद्दों पर बने रहने के लिए केजरीवाल ने जन हित को किनारे रख दिया। केंद्र कैसा है वह पता है, केजरीवाल कैसे हैं वह भी मालूम है। जिस लोकपाल के मुद्दे पर वे जंतर मंतर पर बैठे थे, उसे भूल चुके हैं। केजरीवाल की लड़ाईयों से केंद्र की निरंकुशता पर रत्ती भर फर्क़ नहीं पड़ा। अब धरने प्रदर्शन सिर्फ अपने आप को सही सिद्ध करने के लिए होते हैं। इन सबके बीच किसान/गरीब/आम जनता के मुद्दे पोस्टर बैनर तक सिमट जा रहे हैं। केजरीवाल- मोदी- मीडिया के चकल्लस से किसे फायदा हो रहा? सरकार को। सरकार में शामिल लोगों को। करोड़ों का विज्ञापन निकाल कर आरोप प्रत्यारोप करने से फुर्सत मिल जाए तो प्याज़ सस्ता करवा दीजिएगा।

एफबी से. 

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