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30.9.16

शहीदों को श्रद्धांजली में दिखा मुंबई का अद्भुत अंदाज



किसी की आंख नम हुई, किसी का गला भर आया और किसी का अंतस रोया

विशेष संवाददाता

मुंबई। ग्लैमर की राजधानी कहे जानेवाले मुंबई शहर को भले ही बहुत हसीन सपनों का शहर माना जाता हो। लेकिन यह शहर अपने राष्ट्र प्रेम के लिए तो समर्पित है ही, देश के लिए अपनी जान देनेवाले शहीदों के प्रति बहुत संवेदनशील, भावुक और मुसीबत के मर्म को समझनेवाला शहर भी है। इसका ताजा सबूत श्रीमद राजचंद्र मिशन के प्रमुख पूज्य राकेशभाई के 50वें जन्मदिवस पर उस वक्त देखने को मिला, जब शहीदों की विधवाओं एवं उनके परिवारजनों का अद्भुत और आत्मीय अंदाज में बहुत भावुक अभिनंदन हुआ।


वर्ली के एनएससीआई स्टेडियम में उपस्थित करीब 10 हजार से भी ज्यादा लोगों ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। जो सीमा पर शहीद हुए, वे इन 10 हजार लोगों में से किसी के रिश्तेदार नहीं थे। लेकिन फिर भी किसी की आंख नम हुई, तो किसी का गला रूंध गया। किसी के आंसू निकल रहे थे, तो कोई सन्न सा शिथिल होकर भीतर ही रोया। शहीदों के सम्मान का मुंबईवालों का यह अपना अंदाज था। वरिष्ठ विधायक मंगल प्रभात लोढ़ा की कोशिशों से देश के विभिन्न हिस्सों से शहीदों के परिवारजन इस आयोजन के लिए विशेष रूप से मुंबई आए थे। वैष्णव संप्रदाय के पूज्य संत रमेश भाई, गुरू मां आनंद मूर्ति, स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज, आचार्य लोकेश मुनि, बौद्ध भिक्खु संतसेना सहित देश के कई प्रमुख संतों सहित फिल्म अभिनेता सुनील शेट्टी भी इस अवसर पर पूज्य राकेशभाई के साथ विशेष रूप से उपस्थित थे।

हाल ही में उरी में शहीद हुए राजस्थान के राजसमंद जिले के निंबसिंह रावत, नासिक के संदीप ठोक और सातारा के चंद्रकांत गालांडे सहित कारगिल के शहीद सुधाकर भट्ट, उदयपुर के शहीद लेफ्टिनेंट अभिनव नागोरी, कुपवाड़ा के शहीद कर्नल संतोष महाडिक, ऑपरेशन रक्षक के शहीद माणिक दमामे, अरुण पालेकर और दीपक गावड़े, सहित ऑपरेशन पराक्रम के शहीद हमीरराव चौधरी और आदि की शहादत को याद करते हुए जब शहीदों की विधवा पत्नी और अन्य परिवारजनों का मंच पर सत्कार किया गया तो सारे संत भी आसन से उठकर शहीदों के सम्मान में खड़े हो गए। यही नहीं, शहीदों के सम्मान में पूरे स्टेडियम में बैठे सारे लोग अपने आप ही सीट से खड़े गए और बहुत धीमे और भावुक अंदाज में काफी देर तक ताली बजाकर शहीदों के प्रति आदर व्यक्त किया। श्रीमद राजचंद्र मिशन की ओर से इन प्रत्येक शहीद परिवार को 2 लाख रुपए के हेल्प पैकेज दिया गया है। विधायक मंगल प्रभात लोढ़ा एवं परमवीर की लेखिका श्रीमती मंजू लोढ़ा एवं अभयभाई जैसानी ने सभी को सहायता राशि के चेक बांटे। कार्य़क्रम की भव्यता एवं सम्मान प्रदर्शित करने की शालीनता के साथ साथ आम तौर पर बहुत निर्मम कही जानेवाली मुंबई में इतने सारे लोगों द्वारा एक साथ स्नेह मिलने से अभिभूत शहीदों के परिवारजनों में से हर एक कोई अपनी आंख पोंछता दिखा। माहौल इतना भावुक था कि स्टेडियम में उपस्थित सभी लोग कुछ पल के लिए अपने आप ही मौन हो गए। मुंबई के लोगों ने शहीदों के सम्मान का ऐसा अदभुत, भावुक और आत्मीयतापूर्ण नजारा इससे पहले कभी नहीं देखा।

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