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23.9.17

पंजाब और त्रिपुरा में पत्रकारों की हत्याओं के खिलाफ मीडियाकर्मियों में रोष


मथुरा, कमलकांत उपमन्यु। पंजाब के मोहाली में वरिष्ठ पत्रकार के.जे.सिंह और उनकी मां गुरुचरण कौर की हत्या पर एनयूजेआई उपजा एवं ब्रज प्रेस क्लब से जुड़े सभी पत्रकार साथी गहरी शोक संवेदना प्रकट करते हैं। उनके हत्यारों को अतिशीघ्र जेल भेजने एवं मृतक पत्रकार परिवार को आर्थिक सहायता एवं सुरक्षा देने की मांग करते हैं।

विगत दिनों त्रिपुरा में युवा पत्रकार शांतनु भौमिक की हत्या की घटना को अभी चार दिन भी नहीं हुए हैं कि देश में एक और पत्रकार परिवार पर प्राणघातक हमला हुआ है, जिससे पूरे देश के पत्रकारों में तीखा रोष व्याप्त है। एनयूजेआई, ब्रज प्रेस क्लब एवम उपजा से जुड़े सभी पत्रकार साथियों ने  इन दोनों हत्या काण्डों पर तीखी निंदा की है। एनयूजेआई, उपजा एवं ब्रज प्रेस क्लब संगठन की माँग है कि त्रिपुरा राज्य सरकार युवा पत्रकार शांतनु की हत्या की इस घटना की तत्परता से जांच कराए और अपराधियों को सजा दिलवाने के कदम उठाए।
त्रिपुरा में पत्रकार की हत्या एवं देश भर मे पत्रकारों पर लगातार हो रहे हमलों के विरोध में ब्रज प्रेस क्लब, उपजा एवं एनयूजेआई के पत्रकारों के पत्रकारों ने आज जिलाधिकारी अरविन्द मलप्पा बंगारी को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ब्रज प्रेस क्लब के अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं एनयूजेआई सदस्य कमलकांत उपमन्यु एडवोकेट के नेतृत्व में कलैक्ट्रेट पहुंचे पत्रकारों ने इस मौके पर कहा कि यह हमला पत्रकार पर ही नहीं बल्कि लोकतंत्र के समूचे चौथे स्तंभ पर हमला है। उन्होंने केन्द्र व प्रांत सरकारों से पत्रकार सुरक्षा कानून अधिनियम अति शीघ्र बनाने की मांग करते हुए कहा है कि पत्रकारों पर हमला कहीं भी नहीं होना चाहिए। जहां भी ऐसी घटनाएं हों वहां पुलिस एवं प्रशासन को तत्काल कार्यवाही करनी चाहिए।
त्रिपुरा में युवा पत्रकार शांतनु भौमिक की हत्या पर एनयूजेआई, ब्रज प्रेस क्लब एवम उपजा से जुड़े सभी पत्रकार साथियों ने  तीखी निंदा की है। एनयूजेआई, उपजा एवं ब्रज प्रेस क्लब संगठन की माँग है कि त्रिपुरा राज्य सरकार युवा पत्रकार शांतनु की हत्या की इस घटना की तत्परता से जांच कराए और अपराधियों को सजा दिलवाने के कदम उठाए। साथ ही ब्रज प्रेस क्लब एवं उपजा ने यह भी मांग की है कि शांतनु के परिवार को एक करोड़ की आर्थिक सहायता एवं सरकारी आवास और परिवार को पूर्ण सुरक्षा की मांग करते हैं।
पत्रकारों पर देश भर में हमले बढ़ रहे हैं। इसके पीछे कई शक्तियाँ हो सकती हैं। इससे पत्रकारिता संस्था व संविधान  पर मार्मिक आघात होने के साथ विश्व में भारत की बदनामी हो रही है।
ऐसे में केंद्र सरकार की भी जिम्मेदारी है कि वह पत्रकारों पर हमले के मामलों को गंभीरता से ले व ऐसे मामलों में आपराधियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए मानिटरिंग की व्यवस्था कराए।
वहीं जनपद के कस्बा कोसीकलां में डीएलए के पत्रकार सोनू गोयल पर भी हमला किया हुआ, इस पर भी ब्रज के पत्रकारों में तीखा रोष है। उक्त प्रकरण में भी प्रभावी कार्यवाही की मांग की है।
उपरोक्त मामलों में केन्द्र व प्रांत सरकार ने आवश्यक कदम उठायें जिससे भविष्य में कोई भी पत्रकारों पर न तो हमला कर सकें और नहीं उनका उत्पीडऩ कर सके। उपरोक्त प्रकरण को लेकर ब्रज क्षेत्र के ही नहीं समूचे प्रदेश व देश के पत्रकारों में तीखा रोष व्याप्त है। एनयूजेआई, उपजा एवं ब्रज प्रेस क्लब से जुड़े पत्रकार उपरोक्त प्रकरणों पर तीखा रोष व्यक्त करते हुए सभी मामलों में आवश्यक कार्यवाही के साथ पत्रकार सुरक्षा कानून अतिशीघ्र बनवाने की मांग करते हैं तथा उड़ीसा के मृतक पत्रकार परिवार को पूरी सुरक्षा व एक करोड़ की आर्थिक सहायता और आवास व्यवस्था की भी मांग करते हैं। कलक्ट्रेट पर निकाले गए मार्च में ब्रज प्रेस क्लब के अध्यक्ष एवं उपजा के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री कमलकांत उपमन्यु एडवोकेट, नितिन गौतम, कन्हैया उपाध्याय अशोक चौधरी, योगेश खत्री, जगदीश उर्फ जग्गा, रहीस कुरैशी, श्याम जोशी, मुकेश कुशवाह, बीएस छौंकर, मधुसूदन शर्मा, गजेन्द्र चौधरी, डीपीएस खुराना, सुरेश पचौरा, खलील अहमद, अनिल कुमार, यज्ञदत्त कौशिक एड., मनोहर पटेल, विनोद अग्रवाल, सीपी सिंह सिकरवार, नागेन्द्र राठौर, जगजीत तिवारी, योगेश तिवारी, असफाक चौधरी, राम पहलवान, राजू पंडित, निरंजन धुरंधर, वृृषभान गोस्वामी आदि ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर पत्रकारों का उत्पीडऩ रोकने की मांग की।
ब्रज प्रेस क्लब पर हुए निंदा प्रस्ताव के दौरान ब्रज प्रेस क्लब के अध्यक्ष एवं उपजा के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री कमलकांत उपमन्यु एडवोकेट, वरिष्ठ पत्रकार ए.एस.वाजपेयी देशभक्त, किशन चतुर्वेदी, एडिटर यूनिक समय राजकुमार गौतम, वरिष्ठ पत्रकार हिंदुस्तान के ब्यूरो चीफ संजीव मिश्रा, वरिष्ठ पत्रकार नितिन गौतम, पवन नवरत्न, पवन निशान्त, पवन गौतम, मदन गोपाल शर्मा, दिनेश शर्मा, अरुणअनु शर्मा, मोहनश्याम शर्मा, मोहनश्याम रावत, विनोद शर्मा, हाजी परवेज अहमद, राजेश भाटिया, ठा. प्रकाश सिंह, गोविंद भारद्वाज, मुकुल गौतम, रवि चौधरी, विपिन सिंह, सुशील गोस्वामी, मुकेश अग्रवाल, मातुल शर्मा, धर्मेन्द्र चतुर्वेदी, सुरेश सैनी, राहुल राघव, अंकुर कुलश्रेष्ठ, अशफाक चौधरी,  जफर खांन, रहीश कुरैशी, मनोज चौहान, दयाल भाई, सन्जू पटेल, प्रशांत कुमार, गौरव चौधरी, विनोद शर्मा,  मयंक अग्रवाल, श्याम जोशी, विवेक मथुरिया, नवनीत शर्मा, प्रशांत अज्ञानी, विपिन, अनिल अग्रवाल, मुकेश अग्रवाल, मुकेश कुशवाह, गजेन्द्र चौधरी आदि ने इस घटना की निंदा करते हुए अतिशीघ्र पत्रकार सुरक्षा अधिनियम बनाने की मांग की।

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