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29.5.19

हे बाबा राहुल, हे दीदी प्रियंका.... हम कांग्रेसियों की अरज भी सुन लो....

अमितेश अग्निहोत्री

हे बाबा राहुल आप ऐसा कैसे कह सकते हैं। त्यागपत्र देने का विचार आपके मन में आया भी कैसे। हम सभी कांग्रेसियो का जीवन आपका चरणामृत पी-पी कर पुष्ट हुआ है। आपकी पट्टेचाटी करने मात्र से हमारे शरीर में मिनरल और विटामिन की कमी का अहसास नही होता , इससे हमें ऊर्जा प्राप्त होती है। हे राजमाता सोनिया जी अपने पुत्र को समझाईये। सत्ता तो आती जाती रहती है मगर इससे आपके राजपरिवार के दर्जे पर कभी असर पड़ सकता है क्या।

हे दीदी प्रियंका हम कांग्रेसियो का अस्तित्व ही आप लोगो के तलवे चाटना है। आप लोग ही देश है। अगर देश ही इस्तीफा देने की सोचे तो हम कहा जाएंगे। हे देवि प्रियंका यह जो संकट आया है इसका डट कर सामना करेंगे। यह जो जनता है यह आपके दिए बलिदानों को नही समझती। आपके परिवार ने इतने त्याग और बलिदान किये है जिसके आगे देश के सारे शहीदो के बलिदान का कोई मूल्य नही। इसके बदले में हमारे जीजा परम् आदरणीय रोबर्ट वाड्रा जी कुछ सौ हजार एकड़ जमीन का अधिग्रहण कर लेते है तो क्या यह आक्षेप का विषय होना चाहिए। यह सारा देश और इसकी शस्य-श्यामला भूमि पर रोबर्ट वाड्रा जी का उतना ही अधिकार है जितना कि रोबर्ट क्लाइव का बंगाल पर था।

लेकिन ये संघी भाजपाई इन बात को क्या जाने। हे हमारे ह्रदय में सदैव निवास करने वाले राहुल जी, हम लोगो ने हमेशा आपके लिए संघर्ष किया है। आपके रास्ते मे जो आया उससे लिए लड़े। आपके खिलाफ पार्टी के अंदर जो भी आवाज उठी उसे कुचल दिया। आपके परिवार के लिए ही हम लोगो ने राष्ट्रीय ध्वज में लिपटे नरसिम्हाराव के शव को कांग्रेस कार्यालय में नही रखने दिया जबकि वो पूर्व प्रधानमन्त्री थे मगर आपका चरणोदक ग्रहण करने से इनकार करना उनका अक्षम्य अपराध था जिसकी सजा हमने उनके शव का अपमान कर उनको दे दी। हे राजमाता सोनिया जी आपको याद है कि जिस राजशेखर रेड्डी ने आंध्रप्रदेश में कांग्रेस को जीत दिलाई उसकी दुर्घटना में मृत्यु के बाद उसका पुत्र जगमोहन मुख्यमंत्री बनने के लिए उठ खड़ा हुआ तो हम लोगो ने मिल कर उसकी बाट लगा दी क्योंकि आपकी ऐसी इच्छा नही थी।

माता सोनिया ने उसी जगमोहन की माँ और बहन को अपने आवास से बेरुखी से निकल जाने दिया तो आपके संकेत मात्र से हम सभी कांग्रेसियों ने आपके भक्तो में श्रेष्ठ, पूर्व प्रधानमंत्री और आपके सनातन संतरी श्री मनमोहन सिंह के साथ मिल कर उस जगमोहन को आय से अधिक संपत्ति के फ़र्ज़ी मामलों में 18 महीनों तक जेल में रखा। हालांकि आज उसने अपनी नई पार्टी बना कर आंध्रप्रदेश में हम लोगो को साफ कर दिया है मगर कोई बात नही हम लोग फिर से लड़ेंगे। हे देवी प्रियंका आपके मुखारविंद के दर्शनमात्र से काँग्रेस में नई जान आ गयी ये अलग बात है कि जिस यूपी में आपने रोड शो किये वहां से हम साफ हो गये और 39 साल से आपके यशस्वी खानदान के पास रही अमेठी की सीट हाथ से निकल गयी।

आपकी इस खानदानी जागीर के खोने का दुःख है लेकिन हम क्या कर सकते है।अमेठी की जनता ने गांधी परिवार की स्मृति को तिलांजलि देकर उस ईरानी को चुन लिया है। लेकिन प्रियंका जी आपके आने से जो जान हम में आई है वो आपके जाने से बिल्कुल ही निकल जायेगी। हे हमारे नृप राहुल, मोदी भले ही देश के प्रधानमंत्री बन गए हो मगर हमारे प्रधान तो आप ही है। आप निश्चिंत रहे हारने से कोई फर्क नही पड़ता। आप यह सोचिये कि अपना टाइम आयेगा।

अगर पार्टी के अंदर किसी ने भी आपसे सवाल करने का साहस किया तो उसको वैसे ही निकाला जाएगा जैसे हम लोगो ने संगमा और शरद पवार को निकाला था। हम आपसे पार्टी हित में निवेदन करते है आप इस ग्रीष्मकालीन चुनाव के दौरान रैलियों और रोड शो कर के भीषण गर्मी में वातानुकूलित गाड़ियों के अंदर बैठे बैठे तक गए होंगें। अतः यह कांग्रेस वर्किंग कमेटी सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित करती है कि पार्टी हित में राहुल जी से निवेदन है कि वह थाईलैंड में जाकर कुछ समय व्यतीत कर आये और वहां पर मसाज भी करवाये जिससे वह तरोताजा होकर वापस आये। बाकी हार जीत तो लगी रहती है। जनता है कभी न कभी तो मूर्ख बनेगी ही। आप विश्वास रखिये आपका समय भी आएगा।

(कांग्रेस वर्किंग कमेटी में सर्वसम्मति से पारित होने वाले प्रस्ताव के भावों का सूक्ष्म अनुवाद)

इस व्यंग्य के लेखक Amitesh Agnihotri हैं. उनसे संपर्क amit.agnihotri8@gmail.com के जरिए किया जा सकता है.

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