tag:blogger.com,1999:blog-2640020083551135672.post2956664865747165761..comments2024-03-17T14:51:29.906+05:30Comments on भड़ास blog: यस,कमेंट्स प्लीज़यशवंत सिंह yashwant singhhttp://www.blogger.com/profile/08380746966346687770noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-2640020083551135672.post-36329057358377033222009-06-25T14:23:33.608+05:302009-06-25T14:23:33.608+05:30हम बच्चों ने तो इमरजेंसी के बारे में बहुत कम ही सु...हम बच्चों ने तो इमरजेंसी के बारे में बहुत कम ही सुन रखा है.... लेकिन अगर सच में ऐसा ही होता था इमरजेंसी के दौरान और सरकारी तंत्र अगर इतना ही त्वरित हो जाता था... तो शायद एक देश को फिर से एक इमरजेंसी की जरुरत है.... शायद कुछ सुधर आ जाये... लेकिन एक बात और की इमरजेंसी के बाद सरकारी तंत्र इसी तरह फिर से आरामपरस्त हो गया तो.... उस समय क्या जनता रोक पायेगी उन्हें.... शायद जवाब न में होगा... और तब एक Jayant chaddhahttps://www.blogger.com/profile/07623542811927039257noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2640020083551135672.post-70474297463124246392009-06-25T11:05:31.154+05:302009-06-25T11:05:31.154+05:30आपने सही कहा कि आपातकाल में पूरा देश व्यवस्थित सा ...आपने सही कहा कि आपातकाल में पूरा देश व्यवस्थित सा दिखने लगा था। अधिकारी कर्मचारी सही समय व सही कार्य करने के लिये विवश हो गये थे। मगर कुछ गलतियां तो हुंई वह नीचे स्तर पर आपातकाल लगाने के पीछे की मंशा मेरे हिसाव से ठीक थी । आज जो हालात देखने को मिल रहे हैं उसमें न तो आम आदमी के काम सही ढंग से हो पा रहे हैं न ही खान पान की वस्तुएं शुद्ध हैं। और न ही शुद्ध हवा है न शुद्ध पानी पीने को मिल रहा है दूध SunilSharmanoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2640020083551135672.post-36186793441213278902009-06-25T11:02:01.650+05:302009-06-25T11:02:01.650+05:30आपने सही कहा कि आपातकाल में पूरा देश व्यवस्थित सा ...आपने सही कहा कि आपातकाल में पूरा देश व्यवस्थित सा दिखने लगा था। अधिकारी कर्मचारी सही समय व सही कार्य करने के लिये विवश हो गये थे। मगर कुछ गलतियां तो हुंई वह नीचे स्तर पर आपातकाल लगाने के पीछे की मंशा मेरे हिसाव से ठीक थी । आज जो हालात देखने को मिल रहे हैं उसमें न तो आम आदमी के काम सही ढंग से हो पा रहे हैं न ही खान पान की वस्तुएं शुद्ध हैं। और न ही शुद्ध हवा है न शुद्ध पानी पीने को मिल रहा है दूध Sunil Sharmanoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2640020083551135672.post-41197089749521221362009-06-25T08:29:26.293+05:302009-06-25T08:29:26.293+05:30mahoday aandolan to aarambh ho chuka hai, svami ra...mahoday aandolan to aarambh ho chuka hai, svami ramdev ne bharat svabhiman naam se panch janvari ko <br />ko is aandolan ko shuru kar diya hai. aap jaise bharat vaasi aur desh premi logon ko use avashy dekhna-sunna sakriy hona chahiye.tension pointhttps://www.blogger.com/profile/02092866969143339658noreply@blogger.com