tag:blogger.com,1999:blog-2640020083551135672.post3252847524420966351..comments2024-03-17T14:51:29.906+05:30Comments on भड़ास blog: लीक से हटकर .........यशवंत सिंह yashwant singhhttp://www.blogger.com/profile/08380746966346687770noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-2640020083551135672.post-11696180244278788682008-12-17T12:47:00.001+05:302008-12-17T12:47:00.001+05:30bahut bahut subhkamnayenbahut bahut subhkamnayenआशेन्द्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/15834195672907897315noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2640020083551135672.post-36367041600317437212008-12-17T12:47:00.000+05:302008-12-17T12:47:00.000+05:30bahut bahut subhkamnayenbahut bahut subhkamnayenआशेन्द्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/15834195672907897315noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2640020083551135672.post-40442946537878680622008-12-14T22:47:00.000+05:302008-12-14T22:47:00.000+05:30मनीषा जी आपको कोई गलतफहमी हो गई है ! मैंने रूपेश श...मनीषा जी आपको कोई गलतफहमी हो गई है ! <BR/><BR/>मैंने रूपेश श्रीवास्तव जी के लिए कभी भी, किसी तरह का आयोजन नहीं जुटाया ! <BR/>मैंने सिर्फ सहज संवाद स्थापित करने का प्रयास किया था ! उन्होंने कैसी भी प्रतिक्रिया दी लेकिन मैंने प्रतिवाद नहीं किया क्योंकि बहस की दिशा ही बदल गई थी ! <BR/><BR/>आदर्शवाद को सहारे की जरूरत नहीं होती ! <BR/>लीक से हटकर चलने के लिए सदैव संकल्प और साहस की ही जरूरत होती है ! प्रकाश गोविंदhttps://www.blogger.com/profile/15747919479775057929noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2640020083551135672.post-15417809308986517142008-12-14T20:46:00.000+05:302008-12-14T20:46:00.000+05:30प्रकाश गोविन्द जी,फिर कुछ दिनो बाद साथ खड़े रहने के...प्रकाश गोविन्द जी,फिर कुछ दिनो बाद साथ खड़े रहने के आदर्शवाद का नशा फाड़ देना ताकि लीक से हटकर काम करने के लिये साहस न जुटा सकें, ठीक है न? जैसा कि आपने डा.रूपेश श्रीवास्तव के लिये आयोजन जुटाया था:)हिज(ड़ा) हाईनेस मनीषाhttps://www.blogger.com/profile/09572026001335138221noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2640020083551135672.post-57953070736412130872008-12-14T20:02:00.000+05:302008-12-14T20:02:00.000+05:30भाई तहेदिल से स्वागत है आपका ! मेरी हार्दिक शुभकाम...भाई तहेदिल से स्वागत है आपका ! <BR/>मेरी हार्दिक शुभकामनाएं स्वीकार करें ! <BR/><BR/>आज के समय में लीक से हटकर चलना <BR/>बड़ा जोखिम का काम है जनाब ! अक्सर <BR/>देखा गया हैं कि जो भी लीक से हटकर <BR/>चलने का साहस दिखाता है उसे किनारे <BR/>लगा दिया जाता है ! <BR/>लेकिन जब आपने संकल्प ले ही लिया है तो <BR/>हर कदम पर मुझे साथ खड़ा पायेंगे !प्रकाश गोविंदhttps://www.blogger.com/profile/15747919479775057929noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2640020083551135672.post-58395550608645943952008-12-14T18:18:00.000+05:302008-12-14T18:18:00.000+05:30भाई,बहुत दिनो तक तो मैं अपने चश्मे के नंबर के बढ़ ज...भाई,बहुत दिनो तक तो मैं अपने चश्मे के नंबर के बढ़ जाने के कारण सूचना एक्सप्रेस को चूसना एक्सप्रेस गलती से पढ़ती रही इसके लिये माफ़ करियेगा अब चश्मा ठीक करा लिया है। "लीक से हटकर" में लीकेज रोकने के लिये कौन सा वाटर प्रूफ़िंग कम्पाउन्ड लगवाया है:)<BR/>जय जय भड़ासमुनव्वर सुल्ताना Munawwar Sultana منور سلطانہhttps://www.blogger.com/profile/07581617208915603720noreply@blogger.com