अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
नारद जी क्या कर रहे हैं - एक बार बन्दर बने थे, अब क्या विचार है?
maja aa gaya... narayan narayan...
नारद जी क्या कर रहे हैं - एक बार बन्दर बने थे, अब क्या विचार है?
ReplyDeletemaja aa gaya... narayan narayan...
ReplyDelete