चलकर देखे बहाँ ....................
बादलों के पार हे कौन सा जहाँ ,
चलकर जरा देखें वहाँ ,
सपनों के हम पंख लगाकर,
बादलों की सबारी कर ,
चलकर जरा देखे बहाँ ,
बादलों के पार हे कौन सा जहाँ,
मिलते हे जहाँ धरती आसमान ,
बसा हे बहाँ कौन सा जहाँ,
चलकर जरा देखे बहाँ ,
लहराती हवा के साथ-साथ,
आ चले हम वही जहाँ,
मिलते हे जहाँ धरती आसमान,
चलकर जरा देखे बहाँ ,
क्या खुशियों का संसार हे बसा,
गम का नहीं जहाँ नाम-ओ-निशान,
चलकर जरा देखे बहाँ,
बादलों के पार हे कौन सा जहाँ
संगीता ‘शमा’
चलकर जरा देखे बहाँ,
ReplyDeleteबादलों के पार हे कौन सा जहाँ
behad khoobsurat....
आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
ReplyDeleteप्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है
कल (14-2-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट
देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।
http://charchamanch.uchcharan.com
mujhe film pakeeja ke ganon ki yaad aayee .bahut sundar likha hai aapne .
ReplyDeleteक्या खुशियों का संसार हे बसा,
ReplyDeleteगम का नहीं जहाँ नाम-ओ-निशान,
चलकर जरा देखे बहाँ,
...बहुत सुन्दर