वाह रे हिन्दुस्तान, मदद की विधायक ने, नाम छाप दिया पूर्व विधायक का


लगता है, मजीठिया ना मिलने से हिन्दुस्तान बरेली में लोग डिप्रेशन में हैं। तभी तो इन दिनों अखबार में क्या छप रहा,  इसका किसी को होश नहीं है। सब के सब भांग खाकर आँख मूंद कर बैठे हैं। हिन्दुस्तान बरेली यूनिट के बदायूं संस्करण में 26 जून के अंक में लीड में छपी खबर की मेन हेडिंग के ऊपर लगा शोल्डर हेडिंग ''सदर विधायक आबिद रजा ने निधि के धन को खर्च करने की शुरुआत की'' गलत है।

दरअसल अब से तीन माह पहले तक वर्षों माला लेकर आबिद रजा का नाम जपने वाला बदायूं ब्यूरो अभी ये नहीं भूल पा रहा है कि आबिद रजा अब विधायक नहीं रहे बल्कि बीजेपी के महेश गुप्ता सदर विधायक हैं। बीजेपी से सदर विधायक महेश गुप्ता ने डीएम-सीडीओ की बैठक में विकास निधि के प्रस्ताव देकर विकास निधि को खर्च करने की शुरुआत की थी। इसी खबर का हिन्दुस्तान ने प्रकाशन कुछ इस तरह किया कि विधायक महेश गुप्ता के समर्थक भड़क गए।

26.6.17

मोदी-योगी राज में चोरी और चोरों का बोलबाला

अभी टिकट बुक कर रहा था, तत्काल में। प्रभु की साइट हैंग होती रही बार बार। paytm ने अलग से पैसा लिया और सरकार ने अलग से टैक्स वसूला, ऑनलाइन पेमेंट पर। ये साले भजपईये तो कांग्रेसियों से भी बड़े चोट्टे हैं। इनको रोज सुबह जूता भिगो कर पीटना चाहिए। मुस्लिम गाय गोबर पाकिस्तान राष्ट्रवाद के फर्जी मुद्दों पर देश को बांट कर खुद दोनों हाथ से लूटने में लगे हैं। ये लुटेरे खटमल की माफिक जनता का खून पी रहे हैं, थू सालों।

मनोज शर्मा एडवोकेट की कविता


मेरे भरोसे का दर्पण आज यारों चकनाचूर हो गया

न्याय की जहां से आस थी वह मंदिर बाजार हो गया

जालिमों ने अदा कर दी मजलूमों की आहाें की कीमत

सिसक रहा है सच, झूठ के सिर सेहरा हो गया

इस दौर में हक की आवाज उठाना जुल्म है यारो

हर सिंहासन यहां सौदागरों की जागीर हो गया

किसी के बच्चे भूख से बिलखते हैं तो बिलखा करें

हाकिमों का मकसद सिर्फ दौलत कमाना हो गया

लग रहा है भगवान ने भी अपना पाला बदल लिया

बेईमान और मक्कारों के कदमों में जमाना आ गया

हजारों सीनों में दहकती आग कब शोला बनेगी

जज, अफसर,नेता नीलाम सबका ईमान हो गया

गैरत बेच दी आेहदेदारों ने कानून सिर्फ दिखावा है

धन बल के आगे बाैना देश का संविधान हो गया

मनोज शर्मा एडवोकेट
मजीठिया क्रांतिकारी
(हिंदुस्तान बरेली)

19.6.17

मजीठिया मामले पर सुप्रीम कोर्ट का पूरा फैसला यूं है...

मजीठिया वेज बोर्ड मामले में आज अवमानना याचिकाओं का निपटारा करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला सुनाया, उसकी 39 पन्ने की पूरी कापी इस प्रकार है....

17.6.17

यूपी में दलित वोट के लिये दे दनादन

संजय सक्सेना, लखनऊ  
पिछले साढ़े तीन वर्षों में दिल्ली से लेकर उत्तर प्रदेश तक में अगर बीजेपी को मजबूती मिली है तो इसके पीछे अन्य तमाम कारणों के अलावा दलित वोटरों का भी बड़ा योगदान रहा था। चाहें 2014 के लोकसभा चुनाव रहे हों या फिर इसी वर्ष हुए उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव। दलित ने एकजुट होकर ठीक वैसे ही बीजेपी को वोट किया था,जैसा कभी वह बसपा के लिये किया करते थे।