30.3.18
28.3.18
लल्लूराम डाट काम को मीडियाकर्मियों की जरूरत
लल्लूराम डॉट कॉम को ग्राफिक डिजायनर और कापी एडिटर की जरूरत
छत्तीसगढ़ के रायपुर से संचालित सबसे लोकप्रिय न्यूजपोर्टल लल्लूराम डॉट कॉम के संपादक मनोज सिंह ने सूचित किया है कि लल्लूराम डॉट कॉम को एक ग्राफिक डिजाइनर और एक कापी एडीटर की आवश्यकता है. साथ ही जल्द शुरू होने जा रहे इंग्लिश न्यूज पोर्टल mrlalluram.com को अंग्रेजी में समाचार लिखने वाले कापी एडीटर की आवश्यकता है. इच्छुक उम्मीदवार अपना रिज्यूम msb.swarajexp@gmail.com पर भेजें.
छत्तीसगढ़ के रायपुर से संचालित सबसे लोकप्रिय न्यूजपोर्टल लल्लूराम डॉट कॉम के संपादक मनोज सिंह ने सूचित किया है कि लल्लूराम डॉट कॉम को एक ग्राफिक डिजाइनर और एक कापी एडीटर की आवश्यकता है. साथ ही जल्द शुरू होने जा रहे इंग्लिश न्यूज पोर्टल mrlalluram.com को अंग्रेजी में समाचार लिखने वाले कापी एडीटर की आवश्यकता है. इच्छुक उम्मीदवार अपना रिज्यूम msb.swarajexp@gmail.com पर भेजें.
दुनिया में शीत युद्ध फिर शुरू
पढ़ें वरिष्ठ पत्रकार वेद प्रताप वैदिक का विश्लेषण....
डॉ. वेदप्रताप वैदिक
अमेरिकी
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले हफ्ते जब यह घोषणा की कि वे अपने
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पद पर जाॅन बोल्टन को लाएंगे और माइक पोंपियो
को विदेश मंत्री बनाएंगे, तभी मैंने लिखा था कि इन दोनों अतिवादियों के
कारण अब नए शीतयुद्ध के चल पड़ने की पूरी संभावना है। इस कथन के चरितार्थ
होने में एक सप्ताह भी नहीं लगा। अब ट्रंप ने 60 रुसी राजनयिकों को निकाल
बाहर करने की घोषणा कर दी है।26.3.18
25.3.18
आलोक तोमर की याद में मीडिया के दिग्गज जुटे एक मंच पर
खबर पढ़ने के लिए नीचे दिए शीर्षक पर क्लिक करें...
कांग्रेस राज में मीडिया वालों के लिए एडवाइजरी आती थी, भाजपा शासनकाल में सीधे आदेश आते हैं : पुण्य प्रसून बाजपेयी
इतिहास की सही जानकारी ही एकता और बचाव का स्रोत है
इतिहास की सही जानकारी ही एकता और बचाव का स्रोत है।मुंडा वर्ग के सभी आदिवासी पहले खुद को ‘होड़’ कहते थे। लेकिन अब यह सिर्फ मुंडा लोगों के लिए प्रयुक्त हो रहा है। हमें होड़ लोगों की व्यापकता पर ध्यान देने की जरूरत है। ये बात आज जाने-माने मुंडारी साहित्यकार और सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के पूर्व प्रो-वाइस चांसलर डा. सत्यनारायण मुंडा ने कही। वे गोस्सनर कॉलेज सेमिनार हॉल, रांची में कुशलमय मुंडू द्वारा लिखित मुंडारी इतिहास की पुस्तक ‘होड़ो होन कोअः इतिहास ओड़ोः किलि को’ के लोकार्पण पर मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। लोकार्पण समारोह का आयोजन मुंडा सभा, रांची और झारखंडी भाषा साहित्य संस्कृति अखड़ा ने संयुक्त रूप से किया था।
महिला पत्रकार की पिटाई के खिलाफ फोटो जर्नलिस्ट्स ने किया विरोध प्रदर्शन
एचटी अखबार में महिला पत्रकार की पिटाई की खबर अंदर के पेज पर छपी जबकि मालकिन शोभना भरतिया के सम्मान की खबर को बढ़ा चढ़ा कर छापा गया.
23.3.18
20.3.18
19.3.18
17.3.18
दो नतीजे, एक निष्कर्ष
जनता महानता में भरोसा करती है और महानता का कोई विकल्प नहीं होता.
कथन1- "गुरुत्वाकर्षण वो नियम है जिसकी वजह से ब्रह्मांड अपने आपको शून्य से एक बार फिर शुरू कर सकता है और करेगा भी. ये अचानक होने वाली खगोलीय घटनाएं हमारे अस्तित्व के लिए ज़िम्मेदार हैं. ऐसे में ब्रह्मांड को चलाने के लिए भगवान की जरूरत नहीं है." स्टीफन हॉकिंग
कथन2- “सनातन संस्कृति में है संसार की समस्याओं का समाधान” - मोदी
दोनों ने ही मानव प्रयासों को सर्वोपरि माना. 14 मार्च 2018 का दिन दो महत्वपूर्ण घटनाओं के कारण मेरे लिए हमेशा यादगार रहेगा. पहला, महान भौतिक विज्ञानी स्टीफन हॉकिंग का 76 साल की उम्र में निधन और दूसरा, उपचुनाव में यूपी के दो लोकसभा सीटों का बीजेपी की झोली से निकल कर अखिलेश यादव की पार्टी में जाना. राजस्थान, मध्यप्रदेश और अब उत्तर प्रदेश के उपचुनावों के नतीजों से साफ है कि जब मोदी प्रचार के लिए नहीं आते हैं तो जनता स्थानीय बीजेपी उम्मीदवारों को नकार देती है. यानि जनता डुप्लीकेट नेतृत्व के विकल्प में भरोसा नहीं करती है. वैसे ही, जैसे किसी नौसिखिए के सिद्धांतों को विज्ञानी बिना जाने सुने ही खारिज कर देते है.
कथन1- "गुरुत्वाकर्षण वो नियम है जिसकी वजह से ब्रह्मांड अपने आपको शून्य से एक बार फिर शुरू कर सकता है और करेगा भी. ये अचानक होने वाली खगोलीय घटनाएं हमारे अस्तित्व के लिए ज़िम्मेदार हैं. ऐसे में ब्रह्मांड को चलाने के लिए भगवान की जरूरत नहीं है." स्टीफन हॉकिंग
कथन2- “सनातन संस्कृति में है संसार की समस्याओं का समाधान” - मोदी
दोनों ने ही मानव प्रयासों को सर्वोपरि माना. 14 मार्च 2018 का दिन दो महत्वपूर्ण घटनाओं के कारण मेरे लिए हमेशा यादगार रहेगा. पहला, महान भौतिक विज्ञानी स्टीफन हॉकिंग का 76 साल की उम्र में निधन और दूसरा, उपचुनाव में यूपी के दो लोकसभा सीटों का बीजेपी की झोली से निकल कर अखिलेश यादव की पार्टी में जाना. राजस्थान, मध्यप्रदेश और अब उत्तर प्रदेश के उपचुनावों के नतीजों से साफ है कि जब मोदी प्रचार के लिए नहीं आते हैं तो जनता स्थानीय बीजेपी उम्मीदवारों को नकार देती है. यानि जनता डुप्लीकेट नेतृत्व के विकल्प में भरोसा नहीं करती है. वैसे ही, जैसे किसी नौसिखिए के सिद्धांतों को विज्ञानी बिना जाने सुने ही खारिज कर देते है.
15.3.18
उपचुनाव में हार, बीजेपी के लिए सबक
गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनावों के नतीजों ने एक बार फिर बीजेपी के लिए झटका साबित हुए हैं। दोनों सीटों पर समाजवादी पार्टी ने बड़े अंतर से विजय प्राप्त की है, वहीं बिहार की अररिया सीट पर भी राष्ट्रीय जनता दल ने कब्जा जमा लिया है। गोरखपुर लोकसभा सीट योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने, वहीं फूलपुर लोकसभा सीट केशव प्रसाद मौर्य के डिप्टी सीएम बनने के बाद खाली हुई थी। ऐसा शायद ही कभी हुआ हो कि मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र में ही सत्तारूढ़ पार्टी को हार देखनी पड़ी, और बीजेपी के लिए दोहरा झटका है। उत्तरप्रदेश में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री यानी आदित्यनाथ योगी की गोरखपुर सीट और केशवप्रसाद मौर्य की सीट फूलपुर बीजेपी के हाथ से निकल गई।