Priyanka-
राजस्थान में प्रकाशित दैनिक भास्कर में अब पंचांग भी गलत छपने लगा. इसकी चर्चा फेसबुक पर हो रही और लोग कमियों के बारे में बता रहे हैं.
27.2.22
राजस्थान भास्कर में अब पंचांग भी गलत छपने लगा!
13.2.22
इमरान खान मुसीबत में, पाकिस्तान में अनिश्चितता
pankaj mishra-
1965 के भारत -पाकिस्तान के युद्ध के बाद सोवियत संघ की मध्यस्थता में दोनों देशों के बीच ताशकन्द में समझौते की बातचीत हो रही थी. इस बातचीत में भारत के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री और पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व पाकिस्तान के राष्ट्रपति जनरल अयूब खान कर रहे थे. पाकिस्तान के तत्कालीन विदेश मंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो भी पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल में थे .इसी दौरान एक बार सोवियत प्रतिनिधिमंडल से बातचीत के बीच जुल्फिकार अली भुट्टो ने जनरल अयूब के कान में कुछ कहा .भुट्टो की बात सुनते ही जनरल साहब को गुस्सा आ गया और जोर से बोले "उल्लू के पट्ठे बकवास बंद करो ".
मोदी शाह नड्डा जी चुनाव में कांग्रेसियों को नहीं, लोकतंत्र सेनानियों को गले लगाओ।
करणीदानसिंह राजपूत-
लोकतंत्र सेनानियों ने तो आपातकाल में कुर्बानियां देने के लिए सब कुछ छोड़ दिया था। अत्याचार सहे।आप तो उन कुर्बानियां देने वाले लोकतंत्र सेनानियों के हाल जानने के लिए भी कभी नहीं निकले। आपके पास देने को समय तक नहीं है। लोकसभा में मोदी जी द्वारा आपातकाल में कुरबानियां देने वालों पर भाषण देना और सेनानियों का जीवन उनके घर जाकर देखने में बड़ा अंतर है। असली आंसुओं और मगरमच्छी आंसुओं में जो अंतर होता है वह आपके भाषण की असलियत है।
11.2.22
आरएसएस का हिन्दू राष्ट्र का सपना उत्तर प्रदेश में क्यों लड़खड़ाया
Krishan pal Singh-
यह तो सर्वविदित है कि आरएसएस का लक्ष्य देश में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करना रहा है। अब जबकि आरएसएस की स्थापना के 100 वर्ष 2025 में पूरे होने जा रहे हैं तो अपने शताब्दी वर्ष में हिन्दू राष्ट्र के सपने को साकार रूप देने के लिए वह अधीरता की हद तक जल्दबाजी में है। अधिकांश लोग हिन्दू राष्ट्र से सिर्फ यह तात्पर्य रखते हैं कि इसका अर्थ मुसलमानों सहित सभी गैर हिन्दू अल्पसंख्यकों को दोयम दर्जे के नागरिक के रूप में व्यवहारिक रूप से बसर करने को अपनी नियति मान लेने के लिए मजबूर करना है जबकि हिन्दू राष्ट्र के वास्तविक सरोकार इससे कहीं आगे हैं। इसका अभीष्ट देश में वर्ण व्यवस्था के शासन को कायम करना है लेकिन आज बक्त जहां पहुंच चुका है उसमें इस दुराग्रह से कई जटिलतायें पैदा हो सकती हैं जिनके बारे में आरएसएस ख्याल नहीं कर सकी है। वैसे भी हिन्दू राष्ट्र के अपने अंतर्विरोध भयानक हैं जिसे अपनी कल्पना में उसने भुला दिया था। उत्तर प्रदेश में अपने हस्तक्षेप से आरएसएस ने हिन्दू राष्ट्र की अवधारणा को फलीभूत करने के लिए बड़ा कदम उठाया था पर अब यह उसके गले की फांस बन गया है जिसके कारण भाजपा को उत्तर प्रदेश में अपनी सत्ता की वापिसी के लिए लोहे के चने चबाने पड़ रहे हैं।
ABP Network marks 50% growth in total unique visitors
Comscore Data, Dec 2020-Dec 2021
Only news publisher in the top-10 category to register 50% y-o-y growth
Noida, 11th February 2022: ABP Network’s growth story continues, and shows how the trailblazer in the digital space has emerged as a leader in a short span.
4.2.22
69000 सहायक शिक्षक भर्ती के आरक्षण पीड़ित अभ्यर्थियों ने सरकार के विरुद्ध बिगुल फूंका
69000 सहायक शिक्षक भर्ती के आरक्षण पीड़ित ओबीसी तथा एससी वर्ग के अभ्यर्थियों ने शिक्षक भर्ती में हुए 19000 से अधिक आरक्षण घोटाले के विरोध में सरकार के विरुद्ध बिगुल फूंक दिया है l