tag:blogger.com,1999:blog-2640020083551135672.post2253697447509782058..comments2024-03-17T14:51:29.906+05:30Comments on भड़ास blog: मोहल्ले में निकल रही भड़ास और भड़ास बना मोहल्लायशवंत सिंह yashwant singhhttp://www.blogger.com/profile/08380746966346687770noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-2640020083551135672.post-67809719386247697832008-12-25T22:24:00.000+05:302008-12-25T22:24:00.000+05:30मायूसी छोड़ो मेरे ...मायूसी छोड़ो<BR/> <BR/>मेरे प्यारे देशभक्तों,<BR/> आज तक की अपनी जीवन यात्रा में मुझे अनुभव से ये सार मिला कि देश का हर आदमी डर यानि दहशत के साये में साँस ले रहा है! देश व समाज को तबाही से बचाने के लिए मायूस होकर सभी एक दूसरे को झूठी तसल्ली दिए जा रहे हैं. खौफनाक बन चुकी आज की राजनीति को कोई भी चुनौती देने की हिम्मत नही जुटा पा रहा. सभी कुदरत के किसी करिश्मेAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2640020083551135672.post-38215039048913753322008-12-25T22:22:00.000+05:302008-12-25T22:22:00.000+05:30मायूसी छोड़ो मेरे ...मायूसी छोड़ो<BR/> <BR/>मेरे प्यारे देशभक्तों,<BR/> आज तक की अपनी जीवन यात्रा में मुझे अनुभव से ये सार मिला कि देश का हर आदमी डर यानि दहशत के साये में साँस ले रहा है! देश व समाज को तबाही से बचाने के लिए मायूस होकर सभी एक दूसरे को झूठी तसल्ली दिए जा रहे हैं. खौफनाक बन चुकी आज की राजनीति को कोई भी चुनौती देने की हिम्मत नही जुटा पा रहा. सभी कुदरत के किसी करिश्मेAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2640020083551135672.post-87363397785523322062008-05-29T17:55:00.000+05:302008-05-29T17:55:00.000+05:30भाई, आपके विचार अति-उत्तम हैं और हम इनका स्वागत कर...भाई, <BR/>आपके विचार अति-उत्तम हैं और हम इनका स्वागत करते हैं. हम भी विवाद नहीं चाहते, और जैसा की डॉक्टर साहब ने कहा अपनी गलतियों पर हमें माफ़ी मांगने से भी कोई गुरेज नहीं है मगर अपने आत्म सम्मान और स्वाभिमान पर चोट हमें बर्दास्त नहीं, कम से कम उससे तो बिलकुल नहीं जो मोहल्ले का कुत्ता है. सच कहा है आपने ये मोहल्ले का कुत्ता अपने मोहल्ले को छोर कर भडासियों पर भोंकने आ गया है और अब इसे भागने की जगह Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2640020083551135672.post-5555623342987369922008-05-29T07:45:00.000+05:302008-05-29T07:45:00.000+05:30विकास भाई, आपकी बड़प्पन भरी सोच का हम सब तहेदिल से ...विकास भाई, आपकी बड़प्पन भरी सोच का हम सब तहेदिल से आदर करते हैं,व्यवसायिकता और प्रतिद्वंद्विता के भाव का भी हम सम्मान करते हैं लेकिन क्या आप इस पूरे प्रकरण से परिचित नहीं हैं कि किस तरह से व्यक्तिगत तौर पर आदरणीय यशवंत दादा को इन सज्जन(?)ने आरोपों का निशाना बनाया है? जरा कम्युनिटी ब्लाग भड़ास के दोनो सिरों यशवंत सिंह और डा.रूपेश श्रीवास्तव पर विचार करेंगे तो आपको स्पष्ट हो जाएगा कि मैं एक भिन्न डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava)https://www.blogger.com/profile/13368132639758320994noreply@blogger.com