tag:blogger.com,1999:blog-2640020083551135672.post3857238888307086287..comments2024-03-17T14:51:29.906+05:30Comments on भड़ास blog: तब ब्लागवाणी पर बाकी ब्लागों का क्या होगा?यशवंत सिंह yashwant singhhttp://www.blogger.com/profile/08380746966346687770noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-2640020083551135672.post-49188030050912681252008-02-20T17:29:00.000+05:302008-02-20T17:29:00.000+05:30दादा,ये तो दूसरॊ का सिरदर्द है कि हमारे उल्टी करने...दादा,ये तो दूसरॊ का सिरदर्द है कि हमारे उल्टी करने से उन पर क्या असर हो रहा है और वे उसे किस डिब्बे में रखना चाहते हैं और अगर हमार चूतियापे से उपजे डालरों की फसल पर पाला पड़ता हो तो उनसे चिरौरी करेंगे कि भाई सबसे अच्छे डिब्बा दो हमारी उल्टी हुई भड़ास के लिये....डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava)https://www.blogger.com/profile/13368132639758320994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2640020083551135672.post-4949578235039117322008-02-20T16:30:00.000+05:302008-02-20T16:30:00.000+05:30यशवंत जी,बडे परिवार को सम्भालना भी बडी सिरदर्दी का...यशवंत जी,<BR/>बडे परिवार को सम्भालना भी बडी सिरदर्दी का काम है मुखिया के लिये भी और पडोसियों के लिये भी :)Mohinder56https://www.blogger.com/profile/02273041828671240448noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2640020083551135672.post-29155749611798511532008-02-20T15:14:00.000+05:302008-02-20T15:14:00.000+05:30विस्फोट बाबुब्लॉगवाणी पर भड़ास की मौजुदगी को उसी अ...विस्फोट बाबु<BR/><BR/>ब्लॉगवाणी पर भड़ास की मौजुदगी को उसी अर्थ में लें जिस अर्थ में यह है यानी कम्युनिटी ब्लॉग. तकलीफ़ नहीं होगी. टीआरपी उआरपी के चक्कर में न रहें. जिसको आना होगा आ जाएंगे न त सरकने से कौन रोका है किनको. वैसे भी इ रेटिंग फेटिंग के चक्कर में पड़ के लोग चारसौबीसी पचीसी करने लगता है. <BR/>कहा भी गया है न कि अकेला चना का भांड़ फोड़ेगा. बुरा न मानना भाई लोग मेरी बात का.<BR/><BR/><BR/>Rakesh Kumar Singhhttps://www.blogger.com/profile/09355343165726493984noreply@blogger.com