tag:blogger.com,1999:blog-2640020083551135672.post8383983433948090591..comments2024-03-17T14:51:29.906+05:30Comments on भड़ास blog: अपनों की बेरुखीयशवंत सिंह yashwant singhhttp://www.blogger.com/profile/08380746966346687770noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-2640020083551135672.post-40727539417768526282008-04-01T17:10:00.000+05:302008-04-01T17:10:00.000+05:30भाई,गन्दा है पर धंधा है ये।तभी तो राजनीती है। चुना...भाई,<BR/>गन्दा है पर धंधा है ये।<BR/>तभी तो राजनीती है। चुनाव आते ही सभी को अपने नाव की तलाश रहती है । चुनाव के बाद हरे भरे नाव जो सरकारी खजाने से चलते हैं मैं जाने से किसी को कोई गुरेज नही होता। वैसी भी विपक्षों और सहयोगियों का तल कटोरा तो हम सभी पिछले कई सालों से देखते आ रहे हैं। चाहे वो N D A की सरकार हो या U P A की या और कोई गठबंधन सभी के जूतम पैजार लोग आदि हो गए हैं और हमे ये भी पता है की येAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2640020083551135672.post-62471659397070831002008-03-31T23:58:00.000+05:302008-03-31T23:58:00.000+05:30सिंह साहब ,अगर आपके पास संबंधित किसी मंत्री का पोस...सिंह साहब ,अगर आपके पास संबंधित किसी मंत्री का पोस्टल एड्रेस हो तो भड़ास पर डाल दीजिये हम सब मिल कर अपने पुराने जूते-चप्पल पार्सल से भेज देंगे उन्हें....<BR/>जय जय भड़ासडॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava)https://www.blogger.com/profile/13368132639758320994noreply@blogger.com