न जीने देने के लिए एक लाख बहाने होते हैं, और जीने के लिए कोई मौका नहीं। वो तो आप पर है, कैसे और किस तरह जीने के लिए वक्त चुरा पाते हैं। आज के भागमभाग, हायहाय, बाजीगरी, मोलतोल, गोलमोल....के दौर में कुछ भी साफ, सहज और सुंदर रह पाना कहां मुमकिन है। जो भव्य और सुंदर और सहज दिखाया व बताया जाता है, उसके गहरे पैठो, पता करो तो वो झूठ की नींव पर खड़ा, साजिश की नींव पर तैयार नजर आएगा। ऐसे में हम-आप कहां जाएं, जो बचपन से किताबों और बातों और जीवन में पढ़ते-सुनते-जीते आए हैं- सच्चाई, सहजता, सरलता और प्रकृति प्रदत्त सुंदरता को?
भई, जीना तो है ही, सो भड़ास जो भरी पड़ी है, उसे निकालना भी है। और, इसीलिए है यह ब्लाग भड़ास। जब दिल टूट जाए, दिमाग भन्ना जाए, आंखें शून्य में गड़ जाएं, हंसी खो जाए, सब व्यर्थ नज़र आए, दोस्त दगाबाज हो जाएं, बास शैतान समझ आए, शहर अजनबियों का मेला लगे .....तब तुम मेरे पास आना प्रिये, मेरा दर खुला है, खुला ही रहेगा, तुम्हारे लिए।
भड़ास उन आम हिंदी मीडियाकर्मियों की आवाज है जो आनलाइन माध्यम से जुड़े हैं या आफलाइन, मसलन अखबार, टीवी और मैग्जीन आदि से संबद्ध हैं। ये उनकी भी आवाज है जो दिल में एक हिंदी मीडियाकर्मी बनने की हसरत रखे हैं लेकिन उन्हें अभी ठोकरें खानी पड़ रही हैं। ये उनकी भी आवाज है जो हिंदी वाले हैं, दिल वाले हैं लेकिन शहर के खेल-तमाशे में आकर खुद को तनहा पाते हैं। ऐसे सभी लोगों के दिल की धड़कन है भड़ास।
आप अगर उपरोक्त किसी श्रेणी में आते हैं तो आप भड़ास से जुड़ सकते हैं, सबसे उपर बनिए भड़ासी: नेह निमंत्रण लिंक को क्लिक करके। इसके बाद आप अपनी ई-मेल आईडी डालें फिर पासवर्ड लिखें, बस हो गए भड़ासी। फिर नई पोस्ट में अपनी बात हिंदी या इंगलिश में टाइप कर भड़ास पर प्रकाशित कर सकते हैं ताकि वो करोड़ों-अरबों हिंदी भाषियों और मीडियाकर्मियों तक पहुंचे।
हम सहज, सरल और बिंदास लोग हैं जो जिंदगी को पूरी गंभीरता के साथ-साथ पूरी सहजता व मस्ती के साथ जीते हैं। हर तरह की वैचारिक, भाषाई व जातीय-धार्मिक भेदभावों को भुलाकर हम सब सिर्फ हिंदीवाले हैं, दिलवाले हैं और हमेशा हिंदी का झंडा ऊंचा करेंगे।
ज़िंदगी के किसी मोड़ पर या किसी क्षण में भड़ास आपके काम आ जाए, आपका मनोबल बढ़ाए, आपके एहसास को सब तक पहुंचा पाए, यही इसका मकसद है।
और हां, याद रखिए, बहुत मुश्किल होता है भड़ास निकालना, खुलकर बोल देना, सब कुछ कह देना....और जो ऐसा करते हैं, वो दरअसल इस बुरे वक्त में अच्छे होने और अच्छा वक्त आने का भरोसा होते हैं।
तो फिर
बनिए भड़ासी
और कहिए
मेरे साथ
जय भड़ास
यशवंत सिंह
((आप अपनी भड़ास, राय, सवाल या सुझाव मुझे yashwantdelhi@gmail.com पर भेज सकते हैं))
shwantjee,
ReplyDeletemaheenon se bhadasee ban ne ke chakkar me hoon . link pe link click kar bheje lekin admisson naheen mil raha hai aur bhadas hai ki..........madad karen !
priye rajesh g
ReplyDeletehum bhi sahara samay ke maare huen hain. Mera yahi kehna hai ki channels kisi worker ko mandi ki aad main chantni na kare . veh sirf sabhi mediakarmeiyon ki salary kam karke unke bachchon kebhavishywaya ke saath khilwald na karein.
Meharbani karke kisi channel ke mediakarmiyon ki chatni na karen.
Shyamlal
bahut achha laga apke BHADAS main apne apni aur ham sab ki BHADS nikalne ke liya tehe dil se shukriya
ReplyDeleteAMOD SRIVASTAVA
bahut achha laga apke BHADAS main apne apni aur ham sab ki BHADS nikalne ke liya tehe dil se shukriya
ReplyDeleteAMOD SRIVASTAVA
YASHAVANT JI ,jai bharat, aapne patrkar sathiyo ki bhadas nikalne ke liye jo manch teyyar kiya he uske liye dhanybad
ReplyDeleteYASHAVANT JI ,jai bharat, aapne patrkar sathiyo ki bhadas nikalne ke liye jo manch teyyar kiya he uske liye dhanybad
ReplyDeleteYASHAVANT JI ,jai bharat, aapne patrkar sathiyo ki bhadas nikalne ke liye jo manch teyyar kiya he uske liye dhanybad
ReplyDeleteJai ho...apka ye bhadas kafi bhadasi hai aur ham naye patrkaron ke liye uttam manch hai apni bhadas nikalne ke liye.......
ReplyDeletewhere is the link बनिये भड़ासी-नेह निमंत्रण ।
ReplyDeletei can't see it please help me in becoming a भड़ासी
thanking you
akhilesh dixit
Deptt.of Mass Communication
M.G.A.H.V.V.Wardha
mbl:09421525964
e-mail dixitakhilesh.06@gmail.com
Bhadaas ke baare me kayi sathiyon se suna tha lekin shaamil haone ka mauka aaj mila.kafi kuch padhaa,media jagat ki andaruni halchalo ki jankaari k liye BHADAAS ek behtar madhyam hai.
ReplyDeletezindadili ko banaye rakhne ka aapka prayas prasasniya hai
ReplyDeletehardik subhkamnao ke saath
Deep
abhey chutia logo.
ReplyDeletemahoday mai ek tv channel ka aansik pratinidhi hu,par meri dili iksha hai ki mai ek safal hindi patrkaar banu..... badlte parvrish ke kaaran ek patrkaar ka man sahaj hi machal uthta hai iske liye main BHADAS ka sadasya banna chatu hai.kripya hame bhi BADHAS me sthan de.......
ReplyDeleteBLOG IS GAINING POPULARITY IN INDIA. WE INDIANS CAN CHANGE COUNTRY'S SHAPE IF WORKED TOGETHER.
ReplyDeletehttp://icethatburns.blogspot.com/
यशवंत भाई आपने हम निरीह पत्रकारों को आपनी बात रखने का जो मंच उपलब्ध कराया है उसके लिए निश्चित रूप से आपकी सराहना की जानी चाहिए.मैं भी भडासी बनना चाहता हूँ. आशा है आपको इस सम्बन्ध में मेरा अनुरोध मिल गया होगा.
ReplyDeleteYashwantji Namskar,
ReplyDeletehum bhi aapke sath aana chahte hain.
mera anurodh swikar karin.
Himanshu Vashisth (Lucknow)
Mo.- 09451683329
email: bignews@in.com
aap ka bhadash kaafi achha hai mai aap ka blog fallow karata hu mai apanabhadash nikaalana chahata hon jai hind
ReplyDeleteVERY NICE
ReplyDeleteमहोदय, मुझे भी अपनी भडास निकालने है..कृपयां मार्ग दर्शन करें.
ReplyDeleteYaswant singh Ji
ReplyDeleteC.E.O. & Editor
Bhadas4media:- No.1 Indian Media News Portal
Mujhe aapka bhadas media bahut achha laga yah media sabhi ki bhadas nikal deta hai. Or ismai sabhi ko apni baat ko kahne ka awsar milta hai.
Me bhi patrakar banna chahata hu. Mujhe media or news channel me bolne
Ki ichha hai.
Thanking You.
Gauri Shankar
AGRA-282004
aap hum sabhi ke antarman ki bhavnao ko samajhte hain ek patrakar tou sab likh sakta hai lekin ek govt.servent ko itni aazadi nahin hoti hum aapke damakon ka swagat karte hain
ReplyDeletejindagi tou sabhi jeete hain par bheed main apni alag pehchan banana ek alag bat hai karodon bhartiyon ko unmainn chipi huei saktiyon ka ehsas karane ke liye aapka dhanyabad from shalabh shrivastava gwalior mp
ReplyDeletebhdaas ji aadaab men binaa pdhaa likhaa nosikhiyaa likhne vaalaa hun haal hi men mene blog likhnaa suru kiyaa he kehne ko men m a llb dll hun meraa blog akhtarkhanakela.blogspot.com akhtar khan akela ke shirshk se he meraa mobil nombr 09829086339 he ho ske to mujhe bhi aapki bdhaas tim men shaamil kren akhtar khan akela kota rajastha
ReplyDeleteMAREANDAR BHADAS KA SAAGAR HAI ... MANAPNI BHDAS KISE NIKALU , BHADAASI KESE BANU , MRGDARSHAN KARE/*** SAGAR
ReplyDeletewhere is link i am not able to find lind pls help.......
ReplyDeletewhere is link i am not able to find lind pls help.......
ReplyDeletekhabrein to padh hi rah tha BHADAS k iss page aaj pahuchne ka mauka mila. wakai kuch logo ko padhkar aapne dil ki bhi derd kam si ho gayi lagti hai.Yaswant Bhai aapko dheron Badhai. S.P.Rai ex.Etvian & Reporter Nai Dunia, Kushinagar U.P.
ReplyDeleteमै भडास से संबद्ध होना चाहता हूँ। मेरी सहायता करें।
ReplyDeleteसद्भावी -डॉ० डंडा लखनवी
I.D.
dandalakhnavi@gmail.com
कल मैंने भड़ास के बारे में अपने एक मित्र से प्रशंसा सुनी, हमारा इन्टरनेट दिन भर बंद रहा, सब दिल्ली के चोरों का कमाल है. लाइन काट ले गए, मैंने पहले तो एयरटेल पर भड़ास निकाली, एयरटेल वालों ने जब सुना तो बाद में उन्होंने चोरों के बारे में बताया और उन्होंने भी अपनी भी भड़ास यह कह कर निकाली इस आपके इलाके से चार बार तार कट गयी है.
ReplyDeleteखैर! ये तो मैंने इस लिए लिखा क्योंकि कल मैं दिन भर भड़ास का पेज नहीं खोल पाया! आज जैसे ही इन्टरनेट चला है सबसे पहले आपको मेल कर रहा हूँ.
मैं भी भड़ास में शामिल होना चाहता हूँ. मुझ नौशिखिये लिखाड़ जो नज़र नज़र का फेर नाम से ब्लॉग पर लिखता है, जिसे मैंने २००८ में शुरू किया था, को भी अपने घर में जगह देने की कृपा करें. इसी विश्वास के साथ मैं अपना विवरण नीचे दे रहा हूँ:
नाम : शिशुपाल प्रजापति
ईमेल : iamshishu@gmail.com
ब्लॉग -www.iamshishu.blogspot.com
कल मैंने भड़ास के बारे में अपने एक मित्र से प्रशंसा सुनी, हमारा इन्टरनेट दिन भर बंद रहा, सब दिल्ली के चोरों का कमाल है. लाइन काट ले गए, मैंने पहले तो एयरटेल पर भड़ास निकाली, एयरटेल वालों ने जब सुना तो बाद में उन्होंने चोरों के बारे में बताया और उन्होंने भी अपनी भी भड़ास यह कह कर निकाली इस आपके इलाके से चार बार तार कट गयी है.
ReplyDeleteखैर! ये तो मैंने इस लिए लिखा क्योंकि कल मैं दिन भर भड़ास का पेज नहीं खोल पाया! आज जैसे ही इन्टरनेट चला है सबसे पहले आपको मेल कर रहा हूँ.
मैं भी भड़ास में शामिल होना चाहता हूँ. मुझ नौशिखिये लिखाड़ जो नज़र नज़र का फेर नाम से ब्लॉग पर लिखता है, जिसे मैंने २००८ में शुरू किया था, को भी अपने घर में जगह देने की कृपा करें. इसी विश्वास के साथ मैं अपना विवरण नीचे दे रहा हूँ:
नाम : शिशुपाल प्रजापति
ईमेल : iamshishu@gmail.com
ब्लॉग -www.iamshishu.blogspot.com
यशवंतजी जय भड़ास | मैंने आज नेट पर पहली बार यह साईट देखी है | मीडिया कर्मियों को अपने मन की बात रखने का मंच उपलब्ध कराने के लिए आपका तहे दिल से शुक्रिया | मैं भी भडासी बनना चाहता हूँ, मेरा मार्गदर्शन करें | आपके निर्देशानुसार मैं मेल भी कर रहा हूँ |
ReplyDeleteबहुत सुन्दर |
ReplyDeleteSir namaste,
ReplyDeleteSabse phale swtantrta diwas ki dher sari badhiyna........
Sir maine aapke pas ek reqwest bheji thi bhadash me sadsyata ke liye lekin abhi tak koi response nahi mila.
Sir mai wartman me ek akhabar me patkar hnu aur jagran junction ka blogger bhi hun.
sir please meri request per kuchh karne ki kripa kare taki mai bhi bhadas ka member ban saku
aapki ati kripa hogi.
jai bharat
महोदयजी नमस्कार और स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं| मैं भी भड़ास के माध्यम से अपने विचार प्रकट करना चाहता हूँ लेकिन कम्पोज कहाँ और कैसे करूँ तथा फिर सबमिट कहाँ करना होता है, मैं पूरी तरह अनभिज्ञ हूँ| यदि आप मेरा मार्गदर्शन करें तो आपका शुक्रगुजार रहूँगा| महोदय मैं भड़ास डॉट कॉम का रिपोर्टर बनना चाहता हूँ इसके लिए मुझे क्या करना होगा| भडासी बनने का अनुरोध मैं पहले ही प्रेषित कर चूका हूँ| धन्यवाद |
ReplyDeleteदोस्ती सिर्फ जज्बात नहीं होती
ReplyDeleteकुछ तो ख्याल आया होगा खुदा को
वरना यूं ही आपकी हमसे मुलाकात न होती!
नजरों से नजर का टकरार होता है
हर मोड़ पर किसी का इतंजार होता है
दिल रोता है जख्म हँसते हैं
इसी का नाम तो प्यार होता है!
नाम की क्या बात करते हो, लोग चेहरे तक भूल जाते है
तुम समंदर की बात करते हो, लोग आँखों में डूब जाते है।
प्यार कमजोर दिल से किया नहीं जाता
जहर दुश्मन से लिया नहीं जाता
दिल में है उल्फत जिस प्यार की
उसके बिना जिया नहीं जाता!
क्या अब भी होगा हरीश रावत के साथ अन्याय ...........
ReplyDeleteउत्तराखंड में कांग्रेस को जीवित करने वाले हरीश रावत के साथ पार्टी में कई बार अन्याय हुआ लेकिन फिर भी कांग्रेस के झंडे को लेकर आगे बढ़ते रहे इस सिपाही ने हार नहीं मानी |2002 के विधान सभा चुनाव में अपनी कड़ी मेहनत से पार्टी को सत्ता में लाने वाले हरीश रावत को किनारे कर दिया गया !जब उत्तराखंड की जनता ने हरीश रावत को अपना नेता चुना तो पार्टी हाईकमान ने नारायण दत्त तिवारी को उत्तराखंड का मुख्यमंत्री थोप दिया !उसके बाद भी कांग्रेस का यह सिपाही प्रदेश की जनता के बीच रहकर उनके हितो की लड़ाई लड़ता रहा और पुरे प्रदेश के अन्दर कांग्रेस कार्यकर्ताओ की एक बड़ी फौज खड़ी करने में कामयाबी हासिल की !शायद ही ऐसा और कोई नेता हो जिसने हरीश रावत के बराबर पैदल यात्राएं और सम्मलेन किये हो ! आलम यह रहा कि जब वह प्रदेश अध्यक्ष पद से हटे और राज्य सभा का कार्यकाल समाप्त हुआ तो विरोधियो ने उन्हें राजनीती की डूबती नाव करार दिया लेकिन उनके समर्थको ने कभी उनका साथ नहीं छोड़ा ! २००७ विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस पूर्ण बहुमत से आ सकती थी लेकिन यहाँ नारायण दत्त तिवारी ने कांग्रेस के उम्मीदवारों के खिलाफ बागी प्रत्यासी उतारकर उन्हें हरवाने का काम किया ! जिन लोगो को नारायण दत्त तिवारी ने सरकार में राज्यमंत्री बनाया उन्ही लोगो के कारण २००७ के बाद कांग्रेस को विपक्ष में बैठना पड़ा ! नारायण दत्त तिवारी नहीं चाहते थे कि सरकार बने और हरीश रावत मुख्यमंत्री बन जाये ! लेकिन तिवारी की यह कैसी मानसिकता कि जिसकी वजह से वह उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बने उसी को नुकसान पहुंचाते रहे ! २००९ के लोकसभा चुनाव आये हरीश रावत की अल्मोड़ा शीट आरक्षित हो गयी अब विरोधियों के चेहरे खिले थे लेकिन यहाँ हाईकमान ने हरिद्वार की जनता की भावनाओं की क़द्र करते हुए उन्हें हरिद्वार से प्रत्यासी बनाकर भेज दिया सो वह १,२७,००० मतों से भी अधिक से जीते ! लेकिन चर्चा है कि यहाँ भी नारायण दत्त तिवारी उनके रास्ते का रोड़ा बने ! अगर सूत्रों की माने तो यहाँ भी तिवारी ने उन्हें हराने के लिए शाम,दाम, दंड,भेद की निति अपनाई लेकिन यहाँ पर उनकी एक न चली बल्कि हरीश रावत ने हरिद्वार से कांग्रेस का लगभग २५ वर्षो पुराना वनवाश ख़त्म कर पार्टी के लिए भविष्य में उम्मीद की नयी किरण जगाई !हरिद्वार जिला युवा कांग्रेस ने जिस तरह उन्हें जीताने के लिए जी तोड़ मेहनत की इसमे यह कहने में कोई हिचक नहीं कि उत्तराखंड के युवा भी हरीश रावत के कायल है ! युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष राजीव चौधरी की टीम को भी उनकी जीत का पूरा श्रेय जाता है जिस तरह हरीश रावत २००९ के लोकसभा चुनाव में अपना प्रचार छोड़कर प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी प्रचार करने गए उससे तो साफ़ जाहिर है कि उन्हें अपनी कम बल्कि पार्टी की ज्यादा चिंता है ! आज केंद्र में मंत्री होने के बावजूद भी वह कार्यकर्ताओ के लगातार संपर्क में है ! हरिद्वार के साथ ही लगातार उत्तराखंड के दौरे कर रहे हरीश रावत का अब सिर्फ एक ही लक्ष्य है कि २०१२ के विधानसभा चुनाव में प्रदेश में पूर्ण बहुमत से कांग्रेस की सरकार बने ! बेदाग छवि के हरीश रावत जिस तरह से यहाँ जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत करने का काम कर रहे है उससे लगता है कि उनकी यह मेहनत बेकार नहीं जाएगी ! अपना पूरा जीवन गाँधी परिवार और कांग्रेस को समर्पित करने वाले हरीश रावत ने इस दौर में अपने परिवार में भी बहूत कुछ खोया लेकिन पार्टी के प्रति उनकी निष्ठा ने उन्हें हमेशा सहारा दिया ! अब लगभग डेढ़ वर्ष बाद फिर विधान सभा चुनाव होने है ऐसे में नारायण दत्त तिवारी ने फिर देहरादून में डेरा जमा लिया है हालाँकि अब तिवारी के पास कोई जनाधार नहीं है ! लेकिन उन्होंने निरंतर विकास समिति बनाकर यह सन्देश दे दिया है कि वह पार्टी के लिए कांटा तैयार कर रहे है ! उनके अलावा भी पार्टी में ऐसे कई लोग है जो अपने आप को मुख्यमंत्री पद का दावेदार मान रहे है ! राजनीती में इच्छा शक्ति का होना जरूरी है लेकिन निजी स्वार्थ के लिए नहीं जिसके चलते आज संगठन में काम कर रहे कुछ लोग पार्टी को कमजोर करने का काम कर रहे है ! अब यदि हाईकमान को मिशन २०१२ फ़तेह करना है तो जरूरी है कि हरीश रावत को धुरी बनाकर काम करना चाहिए ! अगर पार्टी हरीश रावत पर विश्वाश जताकर उन्हें प्रदेश में सरकार बनाने की जिम्मेदारी सौंपे तो निश्चित ही पार्टी का यह शिपाही हाईकमान के भरोसे पर खरा उतरेगा ! अब उत्तराखंड की जनता भी कांग्रेस हाईकमान से यही उम्मीद रखती है कि इस बार देवभूमि के इस लाल के साथ अन्याय नहीं होगा और पार्टी हाईकमान से चीख चीख कर पूछ रही है कि क्या अब भी होगा हरीश रावत के साथ अन्याय...
janab hum niyemit patahk he , badhas ke, aur apni bhadas bhi pratikirya dekar hi nikalte hain, kai bar pratikirya sawropp apni bhadas hi waha chep dalte hain, bhai tarike se kaise jude ye samjah nhi aaye, thoda eg way nikaliye, taki humbhidetail me apni bhadas nikal sake.. how to join
ReplyDeleteयशवंत जी, भड़ास ब्लाग पर मुझे भी थोड़ी जगह दीजिए.
ReplyDeleteआनंद कुमार
blog-sapnokadesh.blogspot.com
email-murlivkj@gmail.com
yaswamt zee adab,
ReplyDeleteap ki ye koshish sarahniy hay han iski hum kadr karte hai, parantu gujarish hay ki messages sho karne se pahele use jach liya kare to achcha hay, nahi to jis tarah ab is site ko log niji ranjish me istmal kar rahe hay bhavashia me is site se bharosa uth jayga.
amirrazalmp
yashvant ji namskar patrakaro ki awaaz ko sari duniya mai pahuchane ke liye aapka ye bhadas blog bahut aacha madyan hai. mai bhi isse judna chahta hu aur mai apni profile aapko bhej chuka hu
ReplyDeleteDear Yashvant ji aapke dwara banai gayi ye side bahut aachi, iske madyam se bahut si kabro ke bare mai pata chal jata hai, mai bhi isse judna chahte hu aur mai aapko apni profile bhi send kar chuka hu aapke jabab ka intzaar karuga
ReplyDeleteयशवंत जी आपने लोगों को अपनी बात रखने के लिए जो मंच उपलब्ध कराया है वह वाकई काबिले तारीफ है। मैं इस मंच को दिल से चाहने वालों में शामिल हो चुका हूं। मैं भी इस मंच से जुड़ना चाहता हूं। आपके मार्ग दर्शन की आवश्यक्ता है।
ReplyDeleteमु० शौकत खां
भडास अपने आप मे ही एक विचार है जो सौ सोनार की एक लोहार की तरह है जै भडास जै भडासी।
ReplyDeletemirchinamak.blogspot.com
क्या एक बार फिर देश के स्वाभिमान को धक्का दे दिया इन हराम के पॆदा आतन्क्वादियो ने इक समचार चॆनेल ने बताया आज २६-११ के मुख्य आरोपी का जन्मदिन है तो क्या कुत्तो ने जन्मदिन के गुब्बारे (सीरियल बम) फोडे है क्या भारत देश का स्वाभिमान मर गया है क्या हम कभी इस आतन्क रुपी शेशनाग का फ़न कुचलेन्गे या अपना सिर झुका कर चलने मे ही अपना सम्मान सम्झेगे। अफ़सोस हम लाचार है इस नपुन्सक सरकार से .....
ReplyDeletemirchinamak.blogspot.com
yashwantji, Gauhati me hindi patrakarita se judnewala ek asomiya ka namaskar swikaren. patrakarita me 15 saal bita diye. bhadas nikalunga kabhi-kabhi aapke blog ke madhyam se. member banna chahta hun.
ReplyDeleteSanjeeb Kalita
Guwahati, Assam
mail ID:kalita_sanjeeb@yahoo.co.in.
cell no: 9954032984
Yashwant-G,agar mujhse koi puchhe ki es duniya sabse good work kisne kiya, to sabse pahle mai apka name lunga, kyo ki es khubsurat duniya koi such bolne wala nahi hai,kyonki maine BHDAAS me jo suchai dekhi hai wo apki wajah se hai,GoD-APKO AUR KAMYAB KARE.....
ReplyDeleteto lead a corruptionless legislative, judicial and executive system. In his own country an elit class law graduate from kolkata has been facing this once called apartheid better known as racisism.What a luck she gained her degree from the famous Benaras Hindu University with gold medal awarded by Hon'ble President Mrs. Pratibha Devisingh Patil.She passed the WBPSC JUDICIAL SERVICES 2010 in 2nd position in the resultlist published in different not almost all news papers of the city.But the WBPSC asked for migration in liew of handing over the appointment letter.She has passed from the Presidency and a bonafide resident of kolkata and never cared for this silly document because it was never demanded by any institution here. Even the BHU didn't.She is running from pillar to post and from clerk to secretary but till how? This obviously is a matter being a singh by name and not showing any bengalinism.A going to be justice in near future is facing racisisism in his home. What else shame can be.It's rather hindi verses bengali and should must be looked into to stop this anti nation policy.
ReplyDeleteme khafi time se is type ke site khoj rahe the jo muje mel gayi
ReplyDeleteBade Bhai Yashwant ji Jay Bhadas,
ReplyDeleteaapne mujhe bhadas par sthan diya iske liye main aapka aabhari hoon. Magar mujhe apna blog likhne me kuchh dikkton ka samna arna pad rha hai.
1- Bhadas par maine apne blog ko SUCH TO YAH HAI JANAB naam diya hai, magar yah naam aapke first page par diye gaye blogers list me nazar nahi aata hai.
2- Mere dwara likhi gayi post ko kya mujhe khud hi publish karna hai ya wo post aapke dwara check karne ke uprant post ki jayegi.
3- Main apna profile pura nahi kar paa rha hoon.
Mera aapse namra nivedan hai ki pls mera margdarshan kare...dhanyawad
bhahan drashan bahut kaam ki ceez hai.
ReplyDeleteyashwant ji
ReplyDeletebhadas nikalne mein madad ke liye dhanywaad .
भड़ास के सभी सदस्य यशवंत जी कि गरफ्तारी कि कड़ी आलोचना करते है और सच और झूठ की इस लड़ाई में हम सभी यशवंत जी के साथ है
ReplyDeleteब्रजेश पाठक
चदाल.९९९@जीमेल.कॉम
०८००४८५३३३०
Resp.Sir, just only heared about Bharas from companions and today joined it. Cong.for making such good plateform for midia men as well as common persons.regardful thanks but pl.tell how can I use Hindi to comment.
ReplyDeletekripya mujhey bhadas blog se joode
ReplyDeleteplz add me bhadas blog
ReplyDeleteabbe gargi college garib college hai..
ReplyDeleteसुप्रभात यशवंत जी, सबसे पहले भड़ास के परिवर्तित रूप और विस्तार के लिए धन्यवाद और शुभकामनाएं, व्यस्त पलों से कुछ पल भड़ास के लिए निकाल लेना अब रूटीन में शामिल है, आप जंतर मंतर पर आये और हम कैज़ुअल उद्घोषकों का हौसला बढ़ाया तथा अपने भड़ास में आपने हमारी समस्याओं को भरपूर जगह दी। हमारी लड़ाई अभी भी जारी है, माननीय सर्वोच्च न्यायालय और संसद की संसदीय समिति के निर्णय और आदेशों को भी आकाशवाणी महानिदेशालय नहीं मान रही है,ये अवमानना कोई कैसे कर सकता है ? कुछ तो है जो अभी भी घने कुहासे में है, आशा करता हूँ भड़ास इस गहरे कुहासे को हटाने में मदद करेगी।
ReplyDeleteअशोक अनुराग (कैज़ुअल हिंदी एनाउंसर)
भड़ास बहुत ही अच्छी स्थान है... न सिर्फ अब इसका उपयोग पत्रकार अपने हीत के लिए कर रहे हैं ब्लकि अखबारों में फैली गंदगी को दूर करने का काम भी कर रहे हैं। इससे अच्छी बात क्या होगी कि भड़ास पर अब दूसरे विभाग के भी लेख डाले जाने लगे हैं। लोगे के मन में भड़ास है, आग है यह आग और भड़ास निकली चाहिए। बहुत बहुत धन्यवाद यशवंत जी आप इस तरह के पेज को बनाएं हैं. हालांकि मैं हमेशा इसका पाठक रहा हूं, लेकिन पहली बार जुड़ने का मन बनाया। यशवंत जी मेरा मेल आईडी deependrashukla500@gmail.com से मैं कलमस्ते नामक ब्लाग चला रहा हूं। कृप्या जोड़ने का कष्ट करें।
ReplyDeleteDeependra Shukla
deependrashukla500@gmail.com
8516011815, 7415341789,
जनताप्रसाद के पिताजी भारत कुमार को खाँसी हो गयी, गाँव मे आरक्षण से हासिल हुआ नया डॉक्टर जुमलेश्वर मोदी आया जो कहता था कि सभी बीमारियों को चुटकी बजाते हुए दूर कर देता है,
ReplyDeleteजनताप्रसाद ने अपने पिता भारत कुमार को डॉ जुमलेश्वर को दिखाया, डॉ जुमलेश्वर ने देखते ही कहा कि इनकी बाई पास सर्जरी करनी पड़ेगी, सर्जरी के बाद भारत कुमार अच्छे से सांस ले सकेंगे, सारे काम कर सकेंगे और एक अच्छी आयु प्राप्त करेंगे, जनता प्रसाद ने कर्ज़ लेकर इलाज करवाया, लेकिन डॉ जुमलेश्वर ने ऑपरेशन टेबल पर ही मरीज़ को मार दिया,
अब डॉ जुमलेश्वर मोदी जनता प्रसाद को बाप के मरने के फायदे गिना रहा है :
1. अंतिम संस्कार में सिर मुंडवाने से सिर की सारी जूए साफ
2. पिता की जायजाद तुम्हारे नाम
3. घर का एक कमरा का सदुपयोग
4. तेरवीं में सभी रिश्तेदारों से मिलना हो जाएगा
5. रात भर अब पिता की खांसी की आवाज़ से होने वाली परेशानी खत्म
इस पोस्ट का नोटेबन्दी से कोई लेना-देना नहीं है ।