15 दिसंबर. नार्थ इंडिया की पत्रकारिता का एक और खास दिन. हिंदी पत्रकारिता का एक और मुकाम. पंजाब के सबसे जीवंत शहर और आर्थिक राजधानी से दैनिक भास्कर की शुरुआत के रूप में. मैं लुधियाना भास्कर की लांचिंग टीम का एक अदना सा हिस्सा. गिलहरी योगदान देने वाला "एडम ब्रिज" का मजदूर कल कराउंगा इस रचना प्रक्रिया के कुछ हिस्सों से वाकिफ. कल यानी 17 दिसंबर को आप जानेंगे लुधियाना की धडकनों में शामिल हुए अल्फाजों के जादू का संगीत जो अब भी बज रहा है. जिसकी हल्की धुन आपके कीबोर्ड की ठकठकाहट के साथ एक नया वातावरण पैदा कर रही है. अभी अभी जब आप माउस को स्क्रौल कर रहे हैं लुधियाना पढ रहा है भास्कर. समूचा पंजाब पढ रहा है भास्कर. एक पत्रकार की जुबानी पत्रकारिता की यह कहानी. कीजिए कल तक इंतजार.
शब्बा खैर
सचिन लुधियानवी
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ReplyDeleteहम इसी पर पढ़ियालेंगे
अखबार वाले को कहां खोजेंगे