सभी पत्रकार भाइयों को अबरार अहमद का प्रणाम,
बडे हर्ष के साथ आप सबको मैं यह बताना चाहता हूँ ही अब मैं अकेले नही रहा। अब मेरे भी पैरों मे बेडियां पड़ गई हैं। भाइयों मैंने शादी कर ली है और आप सबके आशीर्वाद का इच्छुक हूँ।
अबरार अहमद
दैनिक भास्कर
ludhiana
http://hamarelafz.blogspot.com
अबरार भाई, शादी की ढेर सारी बधाइयां....जब लुधियाना आवेंगे तो आपसे मिठाई खावेंगे, अगर आप दिल्ली आवें तो जरूर मुंह मीठा करावें। भाभी जो सभी भड़ासियों की तरफ से शुभकामनाएं, जो आपको उन्होंने बेड़ियों में जकड़ दिया।
ReplyDeleteयशवंत
अबरार भाईजान,अस्सलाम अलैक़ुम
ReplyDeleteआपको ढेर सारी शुभकामनाएं ,लेकिन हम तो आपको खुश देखकर ही खुश हो लेंगे क्योंकि बचपन से सन्त कवि रहीम को पढ़ रहे हैं.....
"रहिमन ब्याह ब्याध है सकै तो लेओ बचाय पांयन बेड़ी पड़त है ढोल बजाय-बजाय"
ईश्वर आपको हर खुशी दे जो मुझे चाहिए है(और आपको भी)।
आदरणीय भाभीजान(मुझे तो आपा या बाजी कहना ही पसंद है)को भी लाख-लाख मुबारकबाद.....
देखो इनकी पुलकित पलकें
ReplyDeleteकल कंधों पर चंचल अलकें"
मैं देख जिन्हें मतवाला हूँ
मैं ही मालिक-मधुशाला हूँ !
आप यही अहसास करें निरंतर
अनवरत शुभ कामनाएँ .....!!
badhai ho miyan. mitai kab khila rahe ho. bhabhi ji ko dher sari badhai.
ReplyDeleteढेर सारी बधाइयां
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