डरे हुए,सत्ता हिल जाने के कारण,मठाधीशी खतरे में आ जाने की वजह से बौखलाए हुए लोग ऐसी ही प्रतिक्रिया कर सकते हैं । आवाज को दबाने के लिये इस तरह की हरकतें तो हमेशा से होती आयी है । आज अभी हाल ही में मुझे मनीषा पांडेय जी की तरफ़ से मेरे मोबाइल पर फोन आया कि उनके परिवार से सारे लोग मुंबई में हैं सभी एडवोकेट हैं वगैरह वगैरह ..... आप लोग मुझे बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं, मेरे मम्मी-डैडी आपके साथ जाकर मनीषा से मिलेंगे.......(बहन लिखती हिन्दी में हैं और अंग्रेजी बोलने में विशेष गर्व महसूस करती हैं शायद अंग्रेजी में प्रखर अभिव्यक्ति हो सकती है उनका मानना हो ) ...... उन्होने अजीब से अंदाज में बोला कि मेरे पास आपका मोबाइल नंबर है अब मैं आपको बताती हूं कि मैं क्या करती हूं (क्योंकि मैंने उन्हें यह कहा कि अब तो मैं मनीषा दीदी से तभी किसी को मिलवाऊंगा जब मेरी लिखी हालिया पोस्ट की शर्तों में से कोई एक शर्त उन्हें मंजूर हो ,मैंने यह भी कहा कि अगर आपको मंजूर नहीं है तो आप मुझे जाहिल ,गंवार,अनपढ़,उजड्ड जो चाहें मान लीजिए ; क्योंकि बहन तो भड़ास देखने को भी राजी नहीं थीं तो मैंने कहा तो मैं आपसे बात करने को राजी नहीं हू )...... हो सकता है कि उन्होने मुझे यह बात साधारण ढंग से कही हो पर भाई हम तो डर गए और हाथ पांव सब कांप रहे हैं ,टाइप करने में भी हवा तंग है कि कब पुलिस हथकड़ियां लगा कर जेल में न डाल दे कि पूरे देश में एक ही तो मनीषा है और तू उस महान लेखिका,महानतम ब्लागर के नाम की बेइज्जती कर रहा है तुझे तो कई बार फ़ांसी की सजा होनी चाहिए । लेकिन हो सकता है कि इससे पहले ही हार्ट अटैक से मेरी मौत हो जाए तो भाई लोग आज से ठीक तेरह दिन बाद आप सब लोग मेरी त्र्योदशी में आमंत्रित हैं क्योंकि मेरा तो कोई मेरे बाद निमंत्रण देने वाला भी नहीं है...........
अब तो जय भड़ास लिखने में भी डर लग रहा है पर डरते-डरते ही सही लिख रहा हूं । चलो भाई-भैन लोग गुड बाय नर्क के ग्राऊंड फ़्लोर पर सारे भड़ासी मिलेंगे मैं सबसे पहले वहां पहुंचने वाला हूं आप सब की अगवानी का इंतजाम करके रखूंगा.....
मुआफी चाहूंगा रूपेश जी, इस मामले को न समझते हुए भी बीच में बोल रहा हूं पर इस तरह किसी लड़की का मोबाईल नंबर इंटरनेट पर सार्वजनिक कर देना कितना सही है?
ReplyDeleteसंजीत जी, आप एक गंभीर मुद्दे की तरफ ध्यान न देकर किसी के मोबाइल नंबर को डाले जाने या न डाले जाने की तरफ ध्यान दिला रहे हैं, जो उचित नहीं है।
ReplyDeleteमैं मनीषा पांडेय द्वारा डा. रूपेश को धमकाये जाने की निंदा करता हूं और उम्मीद करता हूं कि मनीषा पांडेय के मन में जो भी शक है, उसे वे लोकतांत्रिक तरीके से हल कर लेंगी।
यशवंत
यशवंत साहब उपर मैने उल्लेख कर दिया है कि मै इस मामले को पूरा समझे बिना ही बीच में बोल रहा हूं क्योंकि मुझे यह उचित नही लगा कि किसी लड़की/महिला का मोबाईल नंबर ऐसे इंटरनेट पर सार्वजनिक किया जाए वह भी एक पढ़े लिखे बंदे के द्वारा।
ReplyDeleteअब देखिए आपकी और मेरी उचित की परिभाषा ही अलग है न। आप कह रहे है कि मेरा ऐसा कहना ही उचित नही है और मै इस तरह किसी फीमेल के मोबाईल नंबर को नेट पर सार्वजनिक किए जाने को उचित नही मानता!! मेरी नज़र में यह एक किस्म की मानसिक प्रताड़ना देना कहलाएगा!!
खैर! मैं अपने को समझदार की श्रेणी मे रखता नही इसलिए इन सब मामलों में अब तक कुछ कहा ही नही था, बस इस तरह नेट पर किसी का मोबाईल नंबर सार्वजनिक किए जाने से मेरी छोटी सी समझदानी को अच्छा नही लगा इसलिए कह दिया!!
संजीत की बात कतई भी कम गंभीर नहीं है, इस फोन नंबर के बिना भी रूपेशजी की बात अभिव्यकत हो ही रही है इसलिए अगर इसे भी आप अभिव्क्ति की स्वतंत्रता न मानते हों तो एडिट कर लें।
ReplyDeleteसंजीत जी से सहमत. इस तरह नम्बर सार्वजनिक करना (चाहे वह लड़का हो या लड़की) गलत है. मेरे विचार से इसे हटा देना चाहिये. आपकी लड़ाई व्यक्ति से नहीं बल्कि उसके विचार से होनी चाहिये.
ReplyDeleteआप लोगों के आदेश को मानते हुए मोबाइल नंबर पोस्ट से हटा रहा हूं। उम्मीद है डा. रूपेश जी अन्यथा नहीं लेंगे। लेकिन मूल सवाल वही है कि क्या मनीषा पांडेय महिला होने की छूट लेते हुए इस तरह से किसी को फोन पर धमकी देंगी।
ReplyDeleteआप सभी महानुभावों को मनीषा पांडेय का फोन नंबर सार्वजनिक किया जाना बुरा लगा लेकिन क्या आप लोगों को यह बुरा लगा कि मनीषा पांडेय ने डा. रूपेश को फोन पर धमकाया? अगर लड़ाई वैचारिक है तो उसे वैचारिक रहने दिया जाता लेकिन मनीषा पांडेय ने जो हरकत की है उससे मुझे काफी धक्का लगा है। उम्मीद है, वो अपनी गलती का एहसास करेंगी।
यशवंत
fansi ke lie mera gla bhi le lo yaron...koi prgtishil stri apna mobile jahir krne se kyon dregi...yh mobile hai kis mrj ki dva jise kisi ko btaya hi n jay...dr. sab ne kisi glt sndrbh me to no. diya nhi hai..unki tarif hi ki hai...jay...jay
ReplyDeleteकम अज़ कम इस बात के लिए मै आपको शुक्रिया कहना चाहूंगा यशवंत जी!!
ReplyDeleteचूंकि बाकी पूरे मामले से मैं अलग ही रहा हूं इसलिए अब भी अलग ही रहूंगा!! सिर्फ़ नंबर वाले मुद्दे को लेकर मैं बीच में टपका और आपने नंबर हटा दिया इसके लिए शुक्रिया!