अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
मुक्तिनाथ जी ,आपका हार्दिक स्वागत है आइए और साहस करके सहज सरल भावुक लोगों की जमात में शामिल होकर बौद्धिक भूसे की जुगाली करने वालों की ऐसी तैसी करिए.....जय जय भड़ास
मुक्तिनाथ जी ,आपका हार्दिक स्वागत है आइए और साहस करके सहज सरल भावुक लोगों की जमात में शामिल होकर बौद्धिक भूसे की जुगाली करने वालों की ऐसी तैसी करिए.....
ReplyDeleteजय जय भड़ास