मैंने तुझको तका, रह गया अकबका
कुछ समझ न सका कैसी उलझन है तू
हैप्पी फस्ट एपरिल टू यू.....
ओ मेरी चंपा कली, मिसरी की डली
रहना यूं ही खिली मेरे गुलशन में तू
हैप्पी फस्ट एपरिल टू यू.....
सोलह बच्चों की मां, तू अभी तक जवां
जरा मस्ती में आ, मेरी टुनटुन है तू
हैप्पी फस्ट एपरिल टू यू.....
एपरिल फूल चंद
पं. सुरेश नीरव
हैप्पी फर्स्ट एप्रिल टू यू टू
ReplyDeleteपंडित जी, एक काम करते हैं सभी भड़ासी भाई-बहनों को मूर्ख दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं दीजिये अपने अंदाज़ में और अगर हो सके तो इस परम पुनीत पावन दिवस पर हमारी ताजपोशी भी कर दीजिये बहुत दिनों से फड़फड़ा रहे हैं कोई भी हमारा तिलक करने आगे ही नहीं आता आप ही आ जाइये। ऐसे ही दिल दहला देने वाले तरीके से हास्य अटैक देते रहिये......
ReplyDeleteजय जय भड़ास
बडे भाई प्रणाम। बडे दिनों बाद आपको पढा। अच्छा लगा। सालों पहले आपको कोटा के दशहरे मेले में सुना था। वहां की यादें अब फिर ताजी हो गई हैं। गोल मार्केट से आप शिफ्ट हुए तो फिर मुलाकात ही नहीं हुई। इस दौरान आप कोटा भी नहीं आए। पंजाब आने का कार्यक्रम बनाएं तो हमे अच्छा लगेगा और आपका आशीर्वाद मिलेगा। मधु भाभी को मेरा प्रणाम, सर्जन और मनन को बहुत बहुत प्यार।
ReplyDeleteअनिल भारद्वाज, दैनिक भास्कर, लुधियाना
मोबाइल 9417487280
डीयर डाक्टर रूपेशजी,तंदरुस्ती की जान
ReplyDeleteएक अपरेल को करे याद तुम्हें पूरा हिंदुस्तान
फूलों की इस टीम के यार तुम्हीं कप्तान
फूलों के इस जश्न पर स्वीकारो सम्मान।
पं. सुरेश नीरव
डीयर मिस्टर मीतजी प्यारा कितना नाम
ReplyDeleteएक अपरिल को आपको मेरा लाल सलाम।
पं. सुरेश नीरव
डीयर एंड नीयर अनिल भारद्वाज
ReplyDeleteआपका मैसेज पढ़ा आज
आपने सपरिवार याद रखा
इसका है मुझे नाज
जिंदाबाद..जिंदाबाद।
पं. सुरेश नीरव
behad shandaar....
ReplyDeletebade bhaiya pranam svikaren. is april aapki kavita bahut achii lagi.
ReplyDeletebhai sahib ultimately bhadas ko log on kar hi liya- samay milgaya tha. behad dilchasp laga mubarak ho-
ReplyDeletekal phir milenge.
Atul Kumar (Uncle jee)