आखिर हरभजन सिहं को समझ आ ही गया कि अगर एक ही गलती को बार बार किया जायगा तो फिर देश वासी भी उनके साथ खडॆ नहीं होंगे.
दरअसल आस्ट्रेलिया में जो कुछ हरभजन ने किया था वो भी इतना ही शर्मनाक था जो उन्होने भारत में श्रीसंत के साथ किया, लेकिन उस समय वो देश के लिये खेल रहे थे और जो आरोप उन पर लगाये गये थे वो उनके साथ साथ देश के ऊपर लगे थे और इसीलिये सारा देश ये जानते हुए भी कि वो गलत हैं उन्के साथ खडा था.
और आज हर देशवासी चाह्ता है कि हरभजन को उनके गलत व्यव्हार की सजा मिले.
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संजू भाई,
ReplyDeleteमीडिया के जबरदस्त पैरोकार लग रहे हो,
हरभजन ने क्या किया, श्री संत ने क्या सहा। मीडिया ने क्या परोसा, कैसे इसे बेचा , लोगों को क्या घुट्टी पिलाई की आज आपको ऑस्ट्रेलिया का वाकया भी हरभजन के ख़िलाफ़ लग रहा है। गलती आपकी नही है ये बाजार ही ऐसा है की मीडिया वाले किस को कब भुना दें कुछ कहा नही जा सकता हरभजन ने कह दिया की श्री मेरा छोटा भाई है, श्री ने भी शिकायत की बात नही की, मगर आप लोगों ने की, लीड लगाया , श्री को रुलाया और भज्जी को विलेन बनाया,
भाई मीडिया महान है ,
किसकी चध्ही कब खोल दे कुछ कहा नही जा सकता।
जो हुआ खेल में हुआ और खेल में बाहरी का हस्तक्षेप बंद होना चाहिए। चाहे वह कोई भी मीडिया या नेता या कोई भी , चुतिये अपने चुतियापे से बाज आयें।
जय जय भडास.
सत्य वचन महाराज... ई ससुरा हरभजनवा का बौराना सांड है कि बिना पिछाड़ी उंगली करे सींग हूल दे....????
ReplyDeleteमैं मीडिया का पैरोकार नहीं हूं रजनीश जी, भडासी हूं जो बात गले मैं अटक जाती है उसे उगल देता हूं.
ReplyDeleteहरभजन आस्ट्रेलिया मैं भी गलत थे और आज भी गलत हैं, और उस समय लोगों ने उनका नहीं देश का साथ दिया था.
यदी खेल अपनी मर्यादा को लांघने लगे तो बाहरी लोगों का हस्तक्षेप भी जरूरी हो जाता है.