मित्रो,
आज बहुत दिनों बाद भडास पर लिख रहा हूँ कारण यह है कि भडास पर पढ़ने को ही बहुत कुछ होता है सब कि भड़ास में अपनी भड़ास मिल ही जाती है ..आज लिखने के पीछे एक अपना निजी स्वार्थ भी है जो मैं आपके सामने रख रहा हूँ-अपनी पी.एच डी की उपाधि के बाद मन में लगभग एक साल से शोध का एक नया कीडा रेंग रहा है जिसका विषय थोड़ा विचित्र है . मैं अब परा मनोविज्ञान में कुछ अभिनव एवं स्वतंत्र शोध करना चाहता हूँ मेरी अभिरुचि के विषय है.(चेतना की शक्ति, परचित्तबोध, म्रत आत्माओ से साक्षात्कार भारतीय रहस्यवाद, तंत्र आदि) इनके लिए मुझे इस विषय के साहित्य और ऐसी साधना से जुडे लोगो की खोज करनी है हिंदी में परामनोविज्ञान और उपरोक्त लिखित विषय की स्तरीय पुस्तकों का नितांत ही अभाव है सो अब हमेशा की भांति और आदतन मैं अब ये काम भड़ास को सोप रहा हूँ आप सभी पत्रकार और बुद्धिजीवी लोग यदि इन विषयों से संबंधित किसी स्तरीय पुस्तक के बारे में जानते हो अथवा किसी ऐसे व्यक्ति को जानते हो जो इस मार्ग से जुडा हुआ हो तो कृपया मुझे सूचित करने की कृपा करें आपका सहयोग मेरे इस जटिल शोध को एक नयी दिशा और मार्गदर्शन प्रदान करेगा ऐसा मेरा विश्वास है ...
आपका स्नेहकांक्षी,
डॉ.अजीत
सम्पर्क सूत्र -09997999958
ई-मेल-moron82@gmail.com
डा.अजीत जी, आप अपने डा.रूपेश श्रीवास्तव जी को कैसे भूल गये? कुछ लोग किसी विषय के कीड़े होते हैं लेकिन वो तो ड्रैगन हैं इस तरह की बातों के,आप जरा उन्हें टटोलिये।
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