आत्मीय बंधु यशवंतजी,
गूगल ने भड़ास की प्रासंगिकता को रेखांकित किया,
एतदर्थ आपको अनेकानेक बधाई
भड़ासियों की मेहनत और लगन
आखिर खूब रंग लाई
आलोचकों की उड़ा दी हवाई
और इस मुबारक मौके पर आपने
डॉ.रूपेश की हसीन तस्वीर भी दिखाई
खुशी में सारे भड़ासी हवा-हवाई
कब कर रहे हैं सोमरस की सप्लाई
थोड़ा नमकीन, थोड़ी-सी मिठाई
उत्सव की डेट क्यों गई छिपाई
बिड़ू ये बात अपुन को समझ नहीं आई
खैर.. जश्ने-मुबारकां पाइंदाबाद
भड़ास जिंदाबाद..जिंदाबाद।
पं. सुरेश नीरव
मो.९८१०२४३९६६
उत्सव के डेट का हरे भाई करेंगे ऐलान
ReplyDeleteवो शिव हैं, हम सब हैं भूत प्रेत शैतान
पंडित नीरव की हम सब करते गुणगान
कविताई से दे देते हैं खुशी महान-महान
भड़ास जिंदाबाद जिंदाबाद
यशवंत
good
ReplyDeleteबचाओ अब तो हमरे दद्दा भी, डाक्टर साहब कहां हो, ये तो सभी टुन्न हुए जा रहे है.....कवितिया रहे हैं.....ओर चुस्की चुस्की की बात चल रही है।
ReplyDeleteजय जय भडास :-)