मेरे बाप पहले आप मूवी देख कर आया
मानवीय रिश्तों, बाप बेटे के रिश्तों की द्ठता, कसी कहानी व परिस्थिति वश उत्पन्न
हास्य सब कुछ अच्छा था
ठाई घन्टे हॅस हॅस कर पेट दर्द करने लगा
मगर आखिरी आधे घन्टे का क्लाइमेक्स वास्तव मे दिल को छू गया
ससपेन्स बना रहा हू मूवी जरुर देखियेगा
भाई,
ReplyDeleteआपने सस्पेंस बनाया इसके लिये आपको धन्यवाद मगर हम ठहरे ठेठ भडासी, समय निकले तो भडास पर ही रहना पसन्द करते हैं वैसै हमारे दद्दा के काम की हो सकती है ये।
जय जय भडास