इसमें उन्होंने अपने जीवन, अपने करियर, अपने मिशन, अपने दुखों, अपनी भावना, अपनी सोच को उजागर किया है। यह इस्तीफानामा भड़ास4मीडिया को एक अनाम सज्जन ने मेल के जरिए उपलब्ध कराया। पत्र पदम जी का ही है, यह कनफर्म करने के लिए भड़ास4मीडिया टीम ने पदम जी से संपर्क करने के लिए उनके पुराने दिनों के मित्रों और शिष्यों से संपर्क स्थापित किया। पदम पति का मोबाइल नंबर उपलब्ध होने पर जब उन्हें इस्तीफे में लिखी बातों को पढ़कर सुनाया गया तो पहले तो वे इस बात पर चौंके कि यह भड़ास4मीडिया तक कैसे पहुंचा, बाद में उन्होंने इस पत्र को वास्तविक बताया और इसे भूली बिसरी एक कहानी बताकर इससे पल्ला झाड़ने की कोशिश की।
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